चित्रकूट जिला के रामनगर ब्लाक के गांव रामनगर यहां पर जो बाहर से आए मजदूरों का आरोप है कि हम लोग 17 जून के महीने में 17 तारीख और 16 तारीख के अलग-अलग जगह से बाहर से आए हैं लोग लेकिन आज तक हम लोगों को शासन प्रशासन के तरफ से कोई भी राशन किट नहीं दिया गया जबकि प्रशासन की तरफ से यह आदेश है कि प्रधान और लेखपाल द्वारा राशन वितरण किया जाएगा और एक राशन की भी साथ में दिया जाएगा |
जिसमें बताया जा रहा है कि दाल चीनी चावल और घर की सभी मसाला वगैरह यह सब उस में रहता है पैकेट में लेकिन हमें तो कुछ भी नहीं मिला हम लोग क्या खाएं और कैसे रहे हैं अपने घर में गुजारा करें यहां की प्रधान कोई सुनता नहीं है और लेखपाल तो बात नहीं करता है हम लोग पढ़े लिखे नहीं हैं
हमें इतना मालूम नहीं है हम लोग कहां जाएं और किस से बोले हर साल हम लोग कमा कर लाते थे लेकिन यह क्रोना वायरस महामारी बीमारी ऐसी चली है कि लॉकडाउन के कारण हम लोग एक पैसा घर में नहीं लाए हैं जो कुछ बचा था उसी से खा पी कर खत्म कर दिए हैं पिछले 1 साल पहले हम अपने घर आए थे तो ₹50000 कमा कर लाए थे लेकिन इस बार तो कुछ भी कमाई नहीं हो रही है वहां की जो कंपनी के मालिक है
वह लोग एक पैसे नहीं दिए हैं और हम लोग इस वजह से अपने गांव में आ गए हैं 1 आसन लेकर आए हैं कि अपने घर में कम से कम रहेंगे और वहां कुछ अपना राशन मिलेगा तो वहां अपने घर का पालनपुर संतो कर सकते हैं यहां पर मनरेगा मजदूरी भी नहीं लगती है हम लोग कहां जाएं हम लोगों को बहुत परेशानी हो रही है
मजदूरों का आरोप है कि हमारे रहने के लिए घर नहीं है हम लोग दो परिवार एक कच्चे मकान में रहते हैं किसी तरह गुजारा करते हैं जब हम लोगों को सोना होता है तो हम दूसरे के दरवाजे पर रात को सोते हैं क्या करें हम लोग गरीब लोग हैं हमारे पास घर बनाने तक को पैसे नहीं है अरे कैसा रहता है कि प्रशासन की तरफ से हमें कुछ राशन वगैरह कुछ मिलेगा खाने पीने का तो हम लोगों को कुछ मदद मिल पाएगा लेकिन हमें तो वह भी नहीं मिल पा रहा है
यहां तक कि वैसे भी हम लोगों के खाते में नहीं आए हैं प्रधान का कहना है कि इस गांव में 25 लोगों को राशन किट वितरण कर दिया गया है बाकी के लोगों का रिपोर्ट बनाकर भेज दिया गया है तहसील में लेखपाल को जल्द से जल्द वहां से भी मिल जाएगा जो लोग बाकी है उन्हें जल्द ही राशन की दिलाया जाएगा |