द कविता शो एपीशोड 61
नमस्कार द कविता शो के इस एपीसोड में आपका स्वागत है। साथियों मीटू के बारे में तो ज्यादा तर लोग अब तक में जान ही गये हैं। पहले फिल्मी दुनिया की महिलाओं ने अपने साथ होने वाले यौन उत्पीडन के बारे में लिखा और नामी ग्रामी हस्तियां के घिनौने चेहरे सामने आये हैं। इसके बाद पत्रकारिता के जगत में काम करने वाली महिला पत्रकारों ने भी # मीटू लिख कर अपने साथ होने वाले यौन उत्पीडन का खुलासा किया है।
इसी तरह से भारत की पत्रकारों की एक कमेटी गिल्ड के दो सदस्यों के ऊपर भी यौन उत्पीडन का आरोप सामने आया है। जिसमें से एमजे अकबर के उपर एक पत्रकार ने यौन उत्पीडन का आरोप लगाया है और एमजे अकबर अभी भी गिल्ड के सदस्य हैं। इसी तरह से पहले से रेप के आरोपी और जेल जाने के बाद जमानत पर छूट जाने वाले तहलका अखबार के संपादक तरुण तेजपाल भी गिल्ड कमेटी के मेम्बर हैं। अब सवाल यह भी उठता है कि जब दो संम्पादकों के खिलाफ ये उत्पीडन के आरोप लगाये जा रहें हैं तो अभी तक इनको कमेटी से बाहर क्यों नहीं निकाला गया है?
आखिर गिल्ड इनका सपोर्ट क्यों कर रही है?
मैं भी गिल्ड की टीम मेम्बर हूं और टीम मेंम्बर होने के नाते भी मैं यह सवाल उठा रही हूं की ऐसे लोगों को गिल्ड में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
वैसे भी टीम के दो सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है बाकी के टीम मेम्बर उनको हटाने की मांग कर रहे हैं। और हां तरुण तेजपाल पाल जिनका केस सिद्ध भी हो चुका है वो जेल भी जा चुके हैं, ऐसे लोगों को इस कमेटी में क्यों रखा गया है?
अगर इस कमेटी में ही ऐसे लोग घुसे हैं तो बाकी पत्रकारों के साथ होने वाले उत्पीडन के बारे में ये कमेटी न्याय दिलाने का काम करेगी कैसे विस्वास करे?