खबर लहरिया द्वारा 4 फरवरी 2025 को वुमैनिटी के साथ पार्टनरशिप में ‘मेरी ज़मीन,मेरी पहचान’ विषय पर खबर लहरिया के यूट्यूब चैनल पर लाइव पैनल चर्चा का आयोजन कराया गया था। इस चर्चा का उद्देश्य यह समझना था कि महिला किसानों को खेती के दौरान किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, उसके क्या उपाय हो सकते हैं और इसके ज़रिये उन्हें किस तरह से सशक्त बनाया जा सकता है, या उस पर साथ मिलकर किस तरह से काम किया जा सकता है। इस चर्चा में बुंदेलखंड की महिला किसान दीप्ति,फूला व ह्यूमेन अग्रेरियन सेंटर के संस्थापक प्रेम सिंह शामिल रहें। संचालक के रूप में खबर लहरिया की चीफ़ रिपोर्टर गीता देवी ने चर्चा को आगे बढ़ाया। चर्चा में खेती में मेहनत, उसकी बिक्री, मंडी व उनके अधिकार से लेकर परिवार में उनकी भूमिका इत्यादि को लेकर बिंदु रखे गए।
चर्चा के दौरान कमेंट सेक्शन में लोगों ने अपने विचार भी साझा किये, जो हमारे स्पीकर्स द्वारा बताई जा रही जानकारी के संबंध में थे।
शिवजीत तिवारी लिखते हैं, “सरकारी मंडी तो महज़ छलावा है। एफसीआई से लेकर अन्य राज्य सरकार की खरीद का नाटक केवल पॉवरफुल किसानों के लिए हैं।”
शिवानी गुप्ता लिखती हैं, “आज की जो वर्तमान व्यवस्था है, वह महिलाओं के लिए काम नहीं करती है।”
बाकी की चर्चा वीडियो में सुनें व अपनी राय कमेंट करके हमें बताएं।
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