पन्ना जिले के ब्लॉक अजयगढ़ तहसील में जल स्तर कम होने का मुद्दा सामने आया है। मुद्दे को लेकर अटल भूजल योजना की बैठक भी कई दिनों तक चली। वॉलंटियर भी तैयार किये गए लेकिन कोरोना महामारी की वजह से काम रुक गया। अब इसका काम फिर से चालू कर दिया गया है। एमपी में पानी की समस्या से जूझते जिलों को देखते हुए पन्ना जिले को चुना गया है। यहां गर्मियों में हमेशा पानी की समस्या पैदा होती है।
पन्ना जिले के ब्लॉक अजयगढ़ में 65 ग्राम पंचायत हैं। हर ग्राम पंचायत में अटल भूजल योजना का एक वॉलंटियर रखा गया है जिनका काम तालाबों की जियो टैगिंग करना और कुओं की वेल इन्वेंटरी करना है। साथ ही यह जानकारी रखना की कुएं, तालाब, छोटे तालाबों की गहराई, लम्बाई, चौड़ाई कितनी है, किसमें कब तक पानी रहता है, कब खत्म हो जाता है आदि चीज़ें।
सभी वालंटियर अपने-अपने ग्राम पंचायतों में यह काम शुरू कर रहे हैं जिसके लिए सभी वालंटियर को ट्रेनिंग भी दी गई है और डेमो भी दिखाया गया कि किस प्रकार से उन्हें काम करना है। इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना था जिसके लिए गांव में रैली भी निकाली जायेगी।
ये भी देखिये:
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)