केसरी खेड़ा झुग्गी बस्ती में रहने वाली मीना के घर में सबसे पहले आग लगी। मीना ने बताया कि हम लोग सो रहे थे लेकिन रात अचानक बहुत तेज़ गर्मी बढ़ी और हम लोग उठ गये देखा तो झोपड़ी में आग लग गई थी।
लेखन – कुमकुम
लखनऊ के कृष्णानगर थाना क्षेत्र के कनौसी के ओशो नगर में मंगलवार देर रात भीषण आग लगने से लगभग 150 झुग्गी झोपड़ियां जलकर खाक हो गईं। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। बताया जा रहा आग इतनी भयंकर थी कि काफी टाइम बाद आग पर काबू पाया गया ।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर थाना क्षेत्र के कौनसी खेड़ा में मंगलवार की देर रात लगभग पौने तीन बजें भीषण आग लग गई आग लगने से लगभग सौकडो झुग्गी झोपड़ियां जलने लगी आग इतनी भयंकर लगी थी कि 2 किलोमीटर दूर से लपटें दिखाई दे रही थी आग की लपटे और चीख पुकार सुनकर लोगों अपने घरों से बाहर निकल आए हालांकि लोगों ने पहले डालकर पानी डालकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन आग को बेकाबू होते देख लोगों ने इसकी सूचना दमकल विभाग को दीं।
लोगों का आरोप बिजली विभाग की लापरवाही से लगी आग
स्थानीय लोगों का कहना है कि ये बिजली विभाग की लापरवाही से आग लगी है। तीन दिन पहले शार्ट सर्किट से आग लग गई थी लेकिन समय रहते बुझा ली गई लेकिन इस बार आग काफी भयानक लग गई थी जिसकी वजह से काफी नुकसान हुआ।
केसरी खेड़ा झुग्गी बस्ती में रहने वाली मीना के घर में सबसे पहले आग लगी। मीना ने बताया कि हम लोग सो रहे थे लेकिन रात अचानक बहुत तेज़ गर्मी बढ़ी और हम लोग उठ गये देखा तो झोपड़ी में आग लग गई थी। सबसे पहले बेटी सोनम बेटा बब्लू और पति को उठाया और बाहर भागे। उन्होंने बताया कि बाहर आकर शोर मचाया और आग बुझाने की कोशिश की लेकिन लपटें इतनी तेज थी कि आग बहुत तेज़ी से फैल गई और दूसरी झोपड़ियां को चपेट में ले लिया।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश ने बताया ने कि हादसा मंगलवार रात पौने तीन बजे के आसपास आग लग गई। आग लगने के बाद तुरंत दमकल विभाग की 15 से अधिक गाड़ियां तत्काल मौके पर पहुंची और 6 घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। मंगेश कुमार स्वयं घटनास्थल पर मौजूद रहकर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर कर रहे थे। कृष्णा नगर और आलम बाग थानों की पुलिस फोर्स भी मौके पर मौजूद रही और उन्होंने राहत कार्यों में सहयोग किया।
असम के मजूदरों भी आग से प्रभावित
लखनऊ के केसरी खेड़ा बस्ती में असम के रहने वाले संजीव गुप्ता, अंशु बजाज, सुभाष, खुशी, राम साहू, हातिमअली, जलील खान ने किराये पर झोपड़ियां ले रखी थी। इनमें ये मजदूर लोग रह कर कूड़ा बीनने का काम करते थे।
पार्षद ने मांगी सरकार से मदद
आग लगने की खबर मिलते ही पार्षद देवेंद्र यादव और कुछ अन्य नेता वहां पहुंच गए। पार्षद यादव ने प्रशासन से तुरंत मदद भेजने की मांग की। उन्होंने कहा कि कई परिवारों का सब कुछ जलकर राख हो गया है और उन्हें तुरंत खाना, कपड़े और रहने की जगह चाहिए।
फिलहाल, आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। प्रशासन ने इस घटना की जांच के लिए एक समिति गठित करने के संकेत दिए हैं ताकि आग के सही कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जा सकें। प्रशासन की ओर से प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता पहुंचाने का कार्य तेजी से जारी है।
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