भारत की मैरी कॉम के छठे विश्व खिताब की जीत ने उन्हें विश्व स्तर पर नंबर 1 बॉक्सिंग चैंपियन के पद पर पहुंचा दिया है। अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) द्वारा इस बात की घोषणा की गई है।
अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के अनुसार मैरी कॉम ‘45-48 किलोग्राम वर्ग’ में 1700 पॉइंट स्कोर के साथ सबसे पहले स्थान पर पहुंची हैं।
मैरी कॉम ने 2001 में रजत पदक जीतते हुए और फिर अगले पांच संस्करणों – 2002, 2005, 2006, 2008 और 2010 में भी हर बार स्वर्ण पदक ही जीता है।
मैरी कॉम ने अपने 2018 मुकाम का अंत दिल्ली में छठवां वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब जीतते हुए किया था। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन की हाना ओखाटा को हराया था।
हालाँकि ओखाटा को विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर माना जाता है। उस जीत के साथ मैरी कॉम ने आयरलैंड की केटी टेलर को भी पीछे छोड़ दिया था।
मैरी कॉम ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स और पोलैंड में हुए सिलेसियन ओपन बॉक्सिंग टूर्नामेंट में भी गोल्ड जीता था।
इसके अलावा बुल्गारिया में हुए स्त्रन्द्जा मेमोरियल में सिल्वर हासिल किया था। मैरी कॉम ने 2001 में महिला वर्ल्ड चैंपियनशिप के पहले संस्करण में सिल्वर जीता था और अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज शानदार अंदाज में किया था।