जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव सुखरामपुर। यहां टीबी के बीमारी से की लोगों के मौत हुई कुछ लोग अभी बीमार भी है पर स्वास्थ्य विभाग से कोई जागरूकता न कैम्प कुछ नहीं लगा। आज के पन्द्रह साल पहले भी खबर लहरिया टीम टी बी के बीमारी पर रिपोर्टिंग की थी। इस गांव 45 प्रतिशत लोगों की टीबी के बीमारी से मौत हुई पर यहां के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।
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मानिकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक राजेश का कहना है इस समय टीबी के मरीज सुखराम में एक या दो मरीज हैं। सबसे ज्यादा सकरौहा गांव में मरीज है। हमारे विभाग से टीम बनाई गई है वहां लोगों को जागरूक कर रहे और जो बीमार है उनका इलाज चल रहा। दवा समय से दिया जाता है और पांच सौ रूपये महीना में दिया जाता हमारे डाट्स के टीम पहुंची रहती है।