जिला अयोध्या के ब्लाक तारून गांव मीर का पुरवा के रहने वाले राकेश कुमार पांडे का कहना है कि कुछ समय पहले उन्होंने जन सेवा केंद्र से सौ रूपये निकाले थे। दो महीने बाद लॉकडाउन में जब उन्हें फिर पैसों की तंगी महसूस हुई तो वह बैंक अकाउंट से पैसे निकालने गए। उनका कहना है कि 2018 में उनके खाते में एलआईसी के पैसे आए थे जिसके बारे में उन्हें लॉकडाउन के समय पता चला था। लेकिन जब उन्होंने अपना बैंक खाता देखा तो उसमें पैसे नहीं दिख रहे थे।
वहीं एलआईसी कम्पनी का कहना था कि उनकी तरफ से पैसे खाते में डाल दिए गए हैं। परेशान होकर कई बार राकेश ने बैंक में शिकायत भी की। लेकिन बैंक वालों द्वारा यह कह दिया जाता कि उनके पास कोई शिकायत ही नहीं आयी है। हालांकि, यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले लॉकडाउन में गायत्री नाम की महिला जो कि बाहरपुर की रहने वाली हैं, उनके खाते से भी 20 हज़ार रूपये निकाल लिए गए थे। राकेश ने कई बार बैंक में शिकायत भी की लेकिन बैंक की तरफ से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया। वहीं मामले को लेकर बैंक मैनेजर धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि उन्होंने समस्या की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दी है।