कोरोना महामारी ने घरों में काम करने वाली महिलाओं को बेघर कर दिया लाकडाऊन ने हर एक की रोजीरोटी पर बडा असर डाला है. हर शहर हर, कस्बे में जो महिलाएं लोगों के घरो मे खाना पकाने का काम, झाडू पोछा बरतन धोने काम करती थी. लेकिन ये कोरोना महामारी के वजह से कई लोगों ने काम से हटा दिया उनको अब घर खर्च पूरा करना भी मुश्किल हो रहा है।
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हम चित्रकूट की कुछ ऐसी महिलाओं से मिले जो लोगों के घरों में झाड़ूपोछा या खाना बनाने का काम करती थी. चित्रकूट मे एक होटल मे काम करने वाली महिला रामप्यारी ने बताया पहले मुझे जिस होटल मे पांच हजार मिलते थे आज वहां तीन हजार मिल रहे हैं. घर मे काम जहां करते थे वो भी छूट गये लोगों ने कहा जब कोरोना खत्म हो जाए तब आना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू लॉकडाउन के बीच घरेलू कामगारों को पूरा वेतन देने की अपील की थी. लेकिन यहाँ तो लोगों को काम से ही बाहर कर दिया गया |
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