महोबा- बिना हेलमेट कर रहे मौत का सफर, पुलिस का नहीं तनिक भी डर: हमारे देश में लोगों की जान सबसे ज्यादा एक्सीडेंट से जाते हैं वह भी सिर पर गंभीर चोट आने पर जिसके लिए सरकार जगह-जगह हेलमेट चेकिंगवाहन चेकिंग के दौरान सिपाही ने भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे को थप्पड़ मारा; लोगों ने पुलिस चौकी का घेराव किया अभियान चलाते हैं साथ ही यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करते हैं जिससे लोगों की जान है बचाई जा सके। तो आइए जानते है इस चेकिग अभियान में हमारी युवाओ की क्या भाग्यदारी है। क्या वो इस नियम का पालन करते है या नहीं।
रामरतन ने बताया कि वह स्कूल की पुताई के लिए कबरई से महोबा आया था। वापस जा रहा था। तभी पुलिस ने पकड़ लिया। 200 रुपये का चालान काट दिया। हेलमेट घर मे भूल आये थे। हेलमेट लगाने से उन्हें कोई दिक्कत नही है। फिर भी भूल गए हेलमेट।
भरत ने बताया कि वह गंज गाव से आया था। बाजार जा रहा था। तभी पुलिस ने पकड़ लिया। हेलमेट नही लिया, घर रखा है।
महोबा अपर एसपी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि यह जो चेकिंग अभियान है वह खासकर युवाओ के लिए होती है। क्योंकि वही लोग बिना हेलमेट के बाइक चलाते है। 3 लोग एक साथ चलते है। महोबा जिला में सबसे ज्यादा एक्सीडेंट से मौत और विकलांग होने के आकड़े निकलते है। इसलिए समय समय पर यह अभियान चलाया जाता है। लोगो को जागरूक किया जाता है। जिससे लोगो की जान बचाई जा सके। जो लोग नही मानते है उनकी गाड़ी का चालान भी किया जाता है। लोगों की लापरवाही भी अपनी चरम पर है उन्हें जैसे मरने का डर ही नहीं है | इतनी बार चेकिंग अभियान चलाया जाता है जिसका लोगों पर असर ही नहीं हो रहा है हेलमेट लगाने की बहुत आवश्यकता है |