महोबा: लॉकडाउन में हर घर में बन रही बुंदेलखंड की प्रसिद्ध बरी :जिला महोबा ब्लाक जैतपुर कस्बा कुलपहाड़ मोहल्ला गोविंद नगर जहां की परंपरा आज भी कायम है बुंदेलखंड की प्रसिद्ध बरी है कुलपहाड़ के रहने वाली भागवती का कहना है कि हम लोग हर साल वैशाख जेठ के महीना में बरी लगाते हैं जिससे 3 3 महीना बदल बदल कर अपना खाते बनाते रहते हैं बरी बरसात में जैसे बारिश होती है तो कुछ सब्जियां भी नही होती है तो बना लेते हैं और सबसे ज्यादा गर्मियों के महीने से लेकर बरसात तक अच्छी लगती हैं बड़े बहुत सारे लोग तो शादी भी आंखों में भी बड़ी लगाते हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है बुंदेलखंड में घर-घर बड़ी लगाते हुए इस समय दिखाई देंगे हर महीना क्यों नहीं लगाते हैं क्योंकि इतना तेज धूप भी नहीं निकलती है कि 1 दिन में बरी सूख जाएं और वैसा जेट के महीने अच्छी कड़ी धूप निकलती है जिसमें 1 दिन में धूप में सूख जाते हैं भागवती कहते हैं कि पहले चार-पांच घंटा पहले हम लोग मूंग की दाल और चने की दाल पानी में भीगा देते हैं जब वह पूरी तरह से डाल भूल जाती है उसको सिलबट्टा से पीसते हैं उसके बाद जीरा में जैसे सारा मसाला डालकर और हींग लगाकर धूप में छोटे-छोटे बरी बनाते हैं। जब वह सूख जाते हैं तो उसको फिर रख लेते हैं और जब भी मन करता है जब बनाते हैं बड़े चाय के साथ घरों में बनती हैं परी और उसको बुजुर्ग बहुत पसंद करते हैं क्योंकि यह पुरानी परंपराएं हैं जो आज भी ताजा है