महोबा जिले में बीते दो दिनों में तीन हत्याओं से जिला दहल उठा है । आज फिर पुरानी रंजिश के चलते एक युवक की गोलीमार कर हत्या कर दी गई । फिलहाल घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने पूरे गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी ।
अपराध का गढ़ बना महोबा 24 घण्टे में तीन हत्यायें
मृतक के चाचा रामेश्वर ने बताया कि “मामला अजनर थाना क्षेत्र के महुआ बांध गांव का है, जहाँ 16 वर्षीय गौरीशंकर और 20 वर्षीय शिवम के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि शिवम ने तमंचे से गौरीशंकर को गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों द्वारा आनन-फानन में इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। डॉक्टर ने देखते ही गौरीशंकर को मृत घोषित कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी शिवम फरार हो गया । मृतक गौरीशंकर कक्षा 12वीं का छात्र था, जो दीपावली की छुट्टियों पर अपने घर आया था, आया था घर मे दीपक जलाने, घर का दीपक खुद ही बुझ गया” ।
इसे भी पढ़ो : वाराणसी: आखिर क्यों की गई दो सगे भाइयों की हत्या?
जमीनी विवाद के चलते भाई ने की भाई की हत्या
जिला मुख्यालय के हवेली दरवाजा इलाके में बीती रात जमीनी विवाद को लेकर भतीजों द्वारा चाचा के लोहे की रॉड मारकर हत्या से नगर में सनसनी फैल गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम करवाया है।
“महोबा के गैस गोदाम वाले रोड पर मूलचंद कुशवाहा पुत्र सिद्धू कुशवाहा रात्रि में जब खाना खाकर अपने कमरे में सो गया।तभी उसके चचेरे भाइयों ने एक राय होकर लोहे की रॉड मारकर निर्मम हत्या कर दी। सभी हत्यारे मौके से भाग जाने में सफल हुए”।
बेटे की मौत, बाप घायल इलाज के लिए झांसी रेफर
आपको बता दें कि ये मामला महोबा जिला के कुलपहाड़ थाना क्षेत्र के अंडवारा गाँव का है, जहां के रहने वाले करोड़ी सिंह राजपूत व उसके भाई निरपत सिंह राजपूत में संपत्ति के विवाद को लेकर काफी समय से एक दूसरे में रंजिश चली आ रही थी। जिसका बटवारा 15 साल पहले हो गया था। दोनों भाई अलग अलग रहते थे। दोनों भाइयों के बीच झगड़ा हुआ था। जिसकी शिकायत दोनों पक्षों द्वारा कुलपहाड़ थाने की गई थी। 15 नवम्बर को फिर से दोनों पक्षो में विवाद हो गया। देखते ही देखते दोनों पक्षो में विवाद इतना बढ़ गया कि लाठी डंडे चलने लगे। करोड़ी सिंह राजपूत व उसके दोनों बेटों ने निरपत व उसके बेटे पर लाठी डंडो से प्रहार करने शुरू कर दिया। जिसमें निरपत के बेटे नरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गयी और निरपत की हालत गंभीर होने के कारण उसे इलाज के लिए झांसी मेडिकल भेज दिया गया है।
मृतक का भाई विक्रम ने बताया “कि बड़े पापा लड़को ने मारा था और दीवाली थी तो हम खेत गए हुए थे तो हमारे बड़े भाई अकेले थे तो हमारे बड़े पापा 5 या 6 लोगो साथ आये और मारना शुरू कर दिया। जिसमें हमारे पापा की हालत गंभीर है और भाई की मौके पर मौत हो गयी”।
फिलहाल घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुँचे पुलिस अधीक्षक ने सभी जगहों का निरक्षण कर पुलिस तैनात कर आरोपी को पकड़ने के लिए टीमे गठित कर दी ।
हत्याओं के मामले में क्या है पुलिस अधीक्षक का कहना
महोबा पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सभी मामलों में हमने खुद मौके पर जाकर देखा है, और मुकदमा लिख जल्दी ही आरोपियों को पकड़ने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। अड़वारा गाँव के हत्या में नामजद अभियुक्तों रविन्द्र राजपूत, ब्रजबिहारी राजपूत पुत्र कढ़ोरी लाल राजपूत, कढ़ोरीलाल राजपूत को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर 17 नवम्बर को जेल भेज दिया है। बाकी अपराधियो की गिरफ़्तारी जल्दी ही करके उन्हें भी जेल भेजा जाएगा।
सरकार के दिखाए अपराधमुक्त प्रदेश अपराध का गढ़ बन गया है। पुलिस की मनमानी से हर रोज पूरे प्रदेश में अपराध की संख्या बढ़ती नजर आ रही है। सरकार अपराधों को रोकने में नाकामयाब नजर आ रही है। ऐसे में हमारा प्रदेश किस ओर जा रहा है। सरकार के ऊपर सवाल खड़े हो रहे है। सरकार प्रदेश को अपराध मुक्त करना चाहती है या अपराध युक्त ये सोचने वाली बात है।
ये फोटो पुलिस पुलिस की जवाब देही में लगा दीजियेएगा।