महोबा जिले के कबरई ब्लॉक के पहरा गांव से कबरई तक की 9 किलोमीटर सड़क पिछले 4 वर्षों से बेहद खराब हालत में है। बड़े-बड़े गड्ढों के कारण रोज़ाना दुर्घटनाएं होती हैं। ओमवती की दुर्घटना में उनकी सास की मृत्यु इसी सड़क की वजह से हुई। गांव की महिलाएं जैसे चुन्नी देवी, ताना प्यारी बाई और गुलाबी रानी रोज़मर्रा की आवाजाही में डर और दर्द का सामना करती हैं। रिश्तेदार गांव आने से कतराते हैं। फिर भी यह सड़क नहीं बनती, जबकि रोज़ 1000 से अधिक लोग इससे गुजरते हैं। यह एक गंभीर प्रशासनिक लापरवाही का मामला है।
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