महोबा जिले के जैतपुर ब्लॉक के गांव मौहारी के रहने वाले आयुष तिवारी ने संगीत के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनानी शुरू कर दी है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले आयुष को बचपन से गाने का शौक था। उनके पिता खुद भी गायक हैं, जो आयुष को प्रेरणा और सहयोग दोनों देते हैं। पढ़ाई के साथ-साथ वे हर दिन सुबह-शाम तीन-तीन घंटे रियाज़ करते हैं और अब तक अयोध्या समेत कई मंचों पर परफॉर्म कर चुके हैं। अयोध्या में सम्मान स्वरूप मिला प्रमाण पत्र उनके हौसले को और बुलंद करता है। आयुष का मानना है कि ‘सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, हुनर भी ज़रूरी है।
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