महोबा जिले के जैतपुर ब्लॉक में 63 ग्राम पंचायतें हैं, जहां प्रधानों को आबादी के हिसाब से बजट मिलता है। प्रधान हर गांव का विकास चाहते हैं, लेकिन अब पहले की तरह बजट नहीं मिल रहा है, जिससे कई काम रुक गए हैं। समस्या यह है कि पहले सार्वजनिक शौचालय, गौशाला में चरवाहों का वेतन और पंचायत सहायक का वेतन नहीं था, जिससे ग्राम पंचायत में काम हो जाता था। छोटी पंचायतों में लगभग 30 हजार रुपये वेतन में ही निकल जाते हैं अब बाकी के काम कहां से करवाया जाए, यह बड़ा सवाल है।
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