जिला महोबा, कस्बा कुलपहाड़ के रहने वाले 72 वर्षीय रफीक सिद्दीकी जो एक अच्छे टीचर और चौपाई गायक हैं। इनकी यह चौपाई न खींचो आपस में जंजीर सुनकर आपका दिल पुलकित हो जायेगा। मधुर रस से भरी इनकी वाणी में चौपाई लोगों को बहुत भाती है। यह 2010 में प्रधानाध्यापक पद से रिटायर्ड हुए हैं। बच्चों को पढ़ने की लगन आज भी इनमें बरकरार है तभी तो यह बच्चों को आज भी फ्री में इंग्लिश की शिक्षा दे रहे हैं।
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बच्चों को पढ़ाने की पूरी स्टोरी जल्द ही खबर लहरिया पर पब्लिश की जायेगी। उस स्टोरी से रफीक सिद्दीकी के बारे में बिस्तार से जान पाएंगे।
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