जिला महोबा के ब्लॉक जैतपुर के गाँव अजनर की कुछ अनुसूचित जाति की महिलाओं को 7 जुलाई 2021 को बेलाताल कृषि विज्ञान केंद्र के सदस्यों ने सूती कपड़ा वितरण किया। इन महिलाओं ने हमें बताया कि ये लोग लोहा पीट कर अपना जीवन यापन करती हैं और टेरीकॉट के कपड़े पहनती हैं क्यूंकि वो सस्ते में मिल जाते हैं।
इन लोगों का कहना है कि कॉटन का कपड़ा बहुत महंगा आता है जिसे खरीद पाना इनके लिए मुश्किल होता है। पर आज इस केंद्र से इन्हें 15 मीटर सूती का कपड़ा मिला जिससे ये महिलाएं अपने पहनने के लिए लेहंगा बनवाएंगी।
बेलाताल कृषि केंद्र में गृह विज्ञान वैज्ञानिक डॉक्टर अमृता सिंह ने हमें बताया कि कृषि विभाग की तरफ से आदिवासी उप योजना अभियान चलाया गया है जिसके के अंतर्गत आदिवासी बच्चों और महिलाओं को अलग-अलग चीज़ों की ट्रेनिंग दी जाएगी। कुछ दिन पहले इन लोगों को सिलाई मशीन चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी, और अब उस प्रशिक्षण का इस्तेमाल कर दिए गए सूट कपड़ों से अपने लिए डिज़ाइनर कपड़े तैयार कर सकती हैं।
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