महोबा: लॉकडाउन में मजदूरों का काम धंधा बंद होने से भर पेट खाना तक नही हो रहा नसीब :जिला महोबा ब्लाक जैतपुर कस्बा कुलपहाड़ जहां के रहने वाले लगभग 400 हैं सांवरिया परिवार उनका काम करते पीलीभीत गई हैं जो कि पहले उनके बाप दादा करते थे वही काम अब छोटे से बड़े बच्चे तक कर रहे हैं झाड़ू बनाने का और कुचा कहते हैं कि यह साल लाक डाउन के चलते हमारा काम ठप पड़ा हुआ है जिससे कि एक-एक रोटी का मोहताज है पहले हम लोग चल फिर के अपना कूचा बेच लेते थे अपनी दाल सब्जी चला लेते थे अब ना तो कोई हम लोगों के यहां आ रहा है और हमारा जो काम था वह बिल्कुल तरह से ठप हो चुका है इससे हम लोग अब बहुत परेशान हो गए हैं लाक डाउन के चलते हुएअगर कोरोना महामारी नहीं होती तो हमारा काम बंद नहीं होता क्योंकि हम लोग लाक डाउन ऐसा लाक डाउन कभी नहीं हुआ है जो देखने को मिला साधन चलते थे तो हम लोग ट्रेनों से जाकर अपना हरपालपुर तक पांच रुपैया का एक झाड़ू बेच लेते थे उसे पैसों में हम अपना आटा भाटा लाते थे अपने परिवार को खिलाते थे अब यह लाक डाउन के चलते हुए सारा जो हमारा धंधा था वह ठाक चल रहा है