महोबा जिला के तहसील कुलपहाड़ क्षेत्र के अलग-अलग गांव के किसानों का आरोप है वो जो अनाज लेकर आढ़ती के पास जाते हैं, तो आढ़ती उनसे एक किलो ज़्यादा अनाज कम कीमत देकर खरीदते हैं।
किसानों ने बताया कि उनका 61 किलो का 60 किलो के हिसाब से लिया जाता है और कई आढ़तियों के पास तो लाइसेंस भी नहीं है लेकिन फिर भी किसानों को ज़बरदस्ती गल्ला बेचना पड़ता है। किसानों का यह भी आरोप है कि पॉलिथीन की बोरियों में गल्ले को तौला जाता है न कि जूट की बोरियों में जिससे उसका वज़न बढ़ जाता है।
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कुलपहाड़ के आढ़तियों ने किसानों के सभी आरोपों को झूठा बताया है, और उनका कहना है कि किसानों का अनाज सही दामों में खरीदा जा रहा है।
कुलपहाड़ SDM श्वेता पाण्डेय का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है, लेकिन अब वो इस मामले की जांच करवाएंगी और फिर कार्यवाही की जाएगी।
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