महोबा ज़िले का ग्राम पंचायत किल्हौवा। यहाँ के रहने वाले करीम बख्श उर्फ मुन्ना के दो दिव्यांग बेटे हैं और बचपन से आज तक इन बच्चों को कोई भी सरकारी लाभ नहीं मिला है। मुन्ना और उनकी पत्नी शबनम ने बताया कि चांदबाबू और शहंशाह पैदाइशी दिव्यांग है। बच्चों को शौचालय जाने के लिए भी किसी का सहारा लेना पड़ता है। अब तक न ही इन बच्चों को सरकार द्वारा दिव्यांग लोगों के लिए चलाई जा रही किसी सुविधा का लाभ मिला है, और न ही इस परिवार को कोई योजना का लाभ मिला है।
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इस परिवार के पास न ही आवास है, और न ही शौचालय। बच्चों की देखभाल करने के चलते माँ-बाप काम ढूंढने भी नहीं निकल पाते। मुन्ना और शबनम चाहते हैं कि उन्हें कोई सरकारी रोज़गार ही मिल जाये जिससे घर खर्च निकल पाए। दिव्यांग बच्चों के लाल कार्ड भी नहीं बने हैं जिससे उन्हें किसी योजना का लाभ मिल पाए।
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मुन्ना ने कई बार कार्यालय और सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाए, ताकि उन्हें कोई लाभ मिल सके लेकिन अबतक उन्हें कहीं से कोई सुविधा मिली है।
पनवाड़ी के ज्वाइन बीडीओ विनोद कुमार का कहना है कि अब अगली सूची जब आएगी तब शेष परिवारों को सभी योजनाओं का लाभ दिलवाया जायेगा।