जिला महोबा के कबरई ब्लॉक के पचपहरा गांव में दलित बस्ती के लिए 100 साल पुराना एक रास्ता आज भी विवाद और अतिक्रमण की भेंट चढ़ा हुआ है। बीते एक साल से वहां पानी का निकास नहीं हो रहा, रास्ता दलदल में बदल गया है। करीब 250 लोग इस रास्ते से गुजरने को मजबूर हैं, जिनमें संध्या जैसी आशा कार्यकर्ता भी हैं जो रोज बीमारियों और कीचड़ से लड़कर काम पर जाती हैं। एमएलसी से 160 मीटर सीसी रोड पास भी हो चुका है लेकिन जमीनी विवाद और प्रशासनिक सुस्ती के कारण अब तक निर्माण नहीं हो पाया।
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