खबर लहरिया Blog महोबा: महिला के साथ मारपीट और बदसुलूकी का आरोप, 5 दिन बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही

महोबा: महिला के साथ मारपीट और बदसुलूकी का आरोप, 5 दिन बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही

महिला का आरोप है कि 25 अगस्त 2021 को जब महिला अपने घर में नहा रही थी तब गाँव के ही 4 लोग उसके घर में घुंस आए और उसके साथ मारपीट और शोषण करने लगे।

साभार : Feminism in India

 

जिला महोबा के ब्लॉक जैतपुर कोतवाली कुलपहाड़ के अंतर्गत आने वाले एक गाँव की महिला के साथ बदसुलूकी का मामला सामने आया है। महिला का आरोप है कि 25 अगस्त 2021 को जब महिला अपने घर में नहा रही थी तब गाँव के ही 4 लोग उसके घर में घुंस आए और उसके साथ मारपीट और शोषण करने लगे। महिला और उसके परिवार ने इस मामले की शिकायत 25 अगस्त को ही कुलपहाड़ थाने में दर्ज कराई।

आरोपियों ने महिला के कपड़े भी फाड़े-

पीड़ित महिला का आरोप है कि उसी के गाँव के रहने वाले प्रकाश, मोहित, सुमित और छत्रपाल आए दिन महिला और उसके परिवार वालों के साथ गाली गलौच करते रहते थे। लेकिन 25 अगस्त को हद तो तब हो गयी जब ये चारों लोग ज़बरदस्ती उसके घर में घुंस आए और महिला के साथ हिंसा करना शुरू कर दिया। पीड़िता का कहना है कि वो नहा रही थी लेकिन फिर उसने जल्दी-जल्दी कपड़े पहने पर आरोपियों ने महिला के कपड़े फाड़ दिए और फिर उसके साथ ज़बरदस्ती करने लगे।

पीड़िता और उसके परिवार ने कुलपहाड़ थाने में रिपोर्ट तो दर्ज कराई लेकिन वहां से पुलिस ने उन्हें किसी प्रकार की राहत नहीं दी है। जिसके बाद पीड़िता ने 26 अगस्त को महोबा के पुलिस अधीक्षक को लिखित तहरीर भी दी है। उनका कहना है कि अगर अब भी इस मामले में कोई सुनवाई नहीं होगी तो वो आगे भी आरोपियों को सज़ा दिलवाने की मांग करती रहेंगी।

पीड़िता की बेटी के साथ भी की बदसुलूकी-

महिला ने हमें यह भी बताया कि आरोपियों ने महिला की 14 साल की बेटी के साथ भी ज़बरदस्ती करने की कोशिश करी और उसके शरीर पर नाखूनों के निशान भी हैं। परिवार जनों का कहना है कि इस हादसे के बाद से उनका पूरा परिवार सदमे में है और घर से बाहर निकलने में भी कतरा रहा है।

पीड़ित महिला की बेटी का कहना है कि जब उसने आरोपियों को उसकी माँ के साथ ज़बरदस्ती करते देखा तो वो अपनी माँ को बचाने के लिए भागी, लेकिन फिर उन चारों लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ ज़बरदस्ती करने लगे। बच्ची का कहना है कि उन लोगों ने पुलिस से शिकायत करने को लेकर धमकी भी दी और यह कहते हुए बाहर निकल गए कि पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती।

पानी को लेकर कुछ महीनों से चल रही थी लड़ाई-

पीड़िता के परिवार वालों ने हमें बताया कि कुछ महीनों पहले पानी को लेकर इन आरोपियों के साथ लड़ाई हुई थी जिसके बाद से आए दिन वो लोग महिला के घर के बाहर आकर परिवार के सभी लोगों के साथ गाली-गलौच करते थे और हाथापाई करने के लिए भी उकसाते थे।

पीड़ित महिला का कहना है कि पुलिस उनकी किसी प्रकार से मदद नहीं कर रही है। अगर पुलिस चाहे तो आज ही आरोपियों को गिरफ्तार कर सकती है लेकिन लेकिन महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा की कोई सुनवाई नहीं करता है। इन लोगों को कुलपहाड़ थाने से कोई मदद नहीं मिली जिसके बाद ये लोग महोबा के पुलिस अधीक्षक के पास अपनी गुहार लेकर आए हैं।

पुलिस और दूसरे पक्ष ने झूठे बताए सभी आरोप-

दूसरे पक्ष के प्रकाश का कहना है कि कुछ महीनों पहले दोनों परिवारों की महिलाओं के बीच पानी को लेकर झगड़ा हुआ था और अब इन लोगों पर बदसुलूकी और कपड़े फाड़ने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है। प्रकाश ने पीड़ित महिला द्वारा लगे गए सभी आरोपों क झूठ और गलत बताया है।

जब हमने कुलपहाड़ कोतवाली में इस मामले को लेकर जानकारी लेनी चाही तो पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों की पहले से लड़ाई चल रही थी और महिला के द्वारा लगाए जा रहे सभी आरोप झूठे हैं। पुलिस की मानें तो अकसर ऐसे मामलों में ज़्यादातर महिलाएं खुद ही अपने कपड़े फाड़ देती हैं और फिर दूसरों पर इलज़ाम लगा देती हैं।

वहीं महोबा पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है, अब इसी शिकायत पत्र के आधार पर कुलपहाड़ थाने से इस मामले में जानकारी ली जाएगी और फिर आगे कार्यवाही की जाएगी।

इस खबर को खबर लहरिया के लिए श्यामकली द्वारा रिपोर्ट किया गया है।

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