खबर लहरिया Blog Madhya Pradesh: ग्रामीणों पर युवक को बधंक बना हत्या करने का आरोप, अब तक 11 लोग गिरफ्तार

Madhya Pradesh: ग्रामीणों पर युवक को बधंक बना हत्या करने का आरोप, अब तक 11 लोग गिरफ्तार

एमपी का गदरा गांव जहां यह घटना हुई, मऊगंज जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर है। इस मामले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

मध्य प्रदेश के मऊगंज के अस्पताल में ग्रामीणों द्वारा कथित पुलिस कर्मियों पर हमला करने के बाद एक घायल व्यक्ति की तस्वीर फोटो साभार: पीटीआई

लेखन – सुचित्रा 

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में आदिवासी समुदाय ने कथित तौर पर 24 साल के व्यक्ति सनी द्विवेदी का अपरहरण कर उसकी हत्या कर दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2 महीने पहले 52 वर्षीय अशोक कोल की हत्या के आरोप में सनी द्विवेदी को गांव वालों ने बंधक बनाया था। आरोप है की बंधक व्यक्ति को बचाने आई पुलिस और गांव वालों के बीच में झड़प हुई जिसमें विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी की मौत हो गई और 10 अन्य पुलिस कर्मी घायल हो गए थे।

एमपी का गदरा गांव जहां यह घटना हुई, मऊगंज जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर है। इस मामले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। रीवा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) साकेत पांडे ने द हिंदू टाइम्स को बताया कि गदरा गांव में और आसपास तलाशी के लिए पांच तलाशी दल का गठन किया गया है।

मृतक एएसआई के परिजनों को 1 करोड़ रुपये

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मामले में आदिवासी द्वारा किए गए हमले में जिस विशेष सशस्त्र बल के एएसआई चरण गौतम की मौत हो गई उनके परिजनों को 1 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

अपरहरण और हत्या की वजह

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आदिवासी समुदाय ने 52 वर्षीय अशोक कोल आदिवासी की हत्या के शक के आरोप में 24 साल के सनी द्विवेदी को अपहरण कर लिया। इसके बाद उसकी हत्या कर दी। हालाँकि पुलिस ने बताया कि दो महीने पहले मऊगंज से लौटते समय अशोक कोल की बाइक भैंसों से टकरा गई थी जिस वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।

बचाव में पहुंची पुलिस पर किया हमला

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सूचना मिलने के बाद शाहपुर थाने के प्रभारी संदीप भारतीय के नेतृत्व में एक टीम अपरहरण व्यक्ति द्विवेदी को बचाने के लिए गदरा गांव पहुंची थी। पुलिस इससे पहले उसे बचा पाती तब तक उसे एक कमरे में पीट-पीटकर ग्रामीणों ने उसकी हत्या कर दी। जब पुलिस ने दरवाजा खोला तो कथित तौर पर आदिवासियों ने उन पर लाठियों और पत्थरों से हमला किया जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

जमीन का मामला

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने बताया, “कोल परिवार, द्विवेदी परिवार की ज़मीन पर खेती करता था। इसके बाद अशोक ने द्विवेदी परिवार की ज़मीन के बगल में ज़मीन खरीद ली। बगल में जमीन होने की वजह से द्विवेदी परिवार की नज़र कथित तौर पर इस ज़मीन पर थी। जब द्विवेदी परिवार ने इस जमीन को खरदीने की इच्छा जताई तो दोनों परिवारों के बीच विवाद हो गया।”

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इलाके में सुरक्षा बल तैनात

इलाके में शांति बनी रहे इसके लिए और हिंसा न हो इसके लिए भारी पुलिस बल तैनात की गई है। मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि इलाके में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है।

50 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज

पुलिस अधीक्षक (मऊगंज) रसना ठाकुर ने बताया कि हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और पुलिस कर्मी पर कर्तव्य का पालन करने पर हमला करने के आरोप में 50 से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

 

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