खबर लहरिया Blog Lok Sabha Election 2024 Phase 6: नार्थ-ईस्ट व दक्षिणी दिल्ली के लोगों ने विकास के नाम पर दिया वोट, कई जगह दिखा पार्टियों का प्रचार

Lok Sabha Election 2024 Phase 6: नार्थ-ईस्ट व दक्षिणी दिल्ली के लोगों ने विकास के नाम पर दिया वोट, कई जगह दिखा पार्टियों का प्रचार

नार्थ-ईस्ट व दक्षिणी दिल्ली के पोलिंग बूथ पर मतदान डालने आये कई लोग अपने विधायक से खुश हैं तो कई ना खुश। अधिकतर लोगों ने  विकास और उससे जुड़े किये गए कामों को लेकर अपना मत दिया। वहीं आचार संहिता के बावजूद मौखिक तौर पर व कपड़ों के रंग के ज़रिये पार्टियों का प्रचार करते हुए भी पाया गया।

लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण का मतदान आज 25 मई को 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 58 लोकसभा सीटों पर हुआ। दिल्ली में भी 7 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। खबर लहरिया की टीम ने पोलिंग बूथ पर आये दिल्ली के मतदाताओं से जाना कि वह अपना मतदान क्या सोचकर दे रहे हैं व बूथ पर लोगों के लिए किस तरह की व्यवस्थाएं हैं।

दिल्ली का करावल नगर पोलिंग बूथ

दिल्ली के करावल नगर इलाके के पोलिंग बूथ पर सहादतपुर गांव से मतदान करने आये नरेंद्र शर्मा बताते हैं कि पोलिंग बूथ पर हर तरह की उचित सुविधा है। जब खबर लहरिया ने क्षेत्र की खराब और टूटी सड़कों के बारे में सवाल किया तो उन्होंने बताया कि उनके यहां के विधायक को लोगों द्वारा ‘विकास पुरुष’ के नाम से बुलाया जाता है।

कहा उनके विधायक मोहन सिंह बिष्ट द्वारा क्षेत्र में अच्छा काम किया है। उन्होंने एक योजना निकाली थी, ‘कच्ची गली दिखाइए और 501 का इनाम ले जाइये। कहा कि उनके करावल नगर में कोई भी कच्ची गली नहीं है। सिर्फ विकास हुआ है। उन्होंने विकास के नाम पर ही वोट दिया है।

ऑटो ड्राइवर जो शरीर से विकलांग है वह बताते हैं कि उन्हें मतदान के लिए सुविधा से अंदर लेकर जाय गया और बाहर लेकर आया गया।

बुज़ुर्ग महिला मधुबाला ने बताया कि उन्होंने भी विकास के नाम पर वोट दिया है।

नार्थ-ईस्ट दिल्ली का दयालपुर पोलिंग बूथ

नार्थ-ईस्ट दिल्ली के दयालपुर पोलिंग बूथ पर आये मतदानकर्ताओं से भी हमने बात की। नार्थ-ईस्ट दिल्ली का यह विधानसभा क्षेत्र यहां से लड़ रहे नामी उम्मीदवारों की वजह से काफी महत्वपूर्ण है। यहां से भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी व कांग्रेस की तरफ से कन्हैया कुमार चुनाव लड़ रहे हैं। मतदान डालने आई संतोष नाम की मतदानकर्ता से हमने वहां की खराब सड़कें व सुविधाओं के बारे में पूछा। उनका कहना था कि रोज़ निकलने वालों को खराब सड़कों की वजह से काफी परेशानी है।

निर्मला नाम की महिला ने बताया कि लोगों ने खुशी-खुशी आराम से वोट डाला। कहीं भी किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं हुई। कहा कि कोई भी आये अच्छा आये जो गरीबों की सहायता करे। उनके क्षेत्र में सड़कों की समस्या है। बारिश के समय नालियां भर जाती हैं। बुज़ुर्गों को इस दौरान सबसे ज़्यादा दिक्कत होती है। वह बस यही चाहती हैं कि सड़कें अच्छी हो।

युवा मतदानकर्ता ने बताया कि चुनाव डालने का उनका मुख्य उद्देश्य शिक्षा,बेरोज़गारी व अस्पतालों में बेहतर सुविधा को लेकर है।

महिला मतदानकर्ता ने बताया कि वोट देने वाले वोट तो देते हैं लेकिन कोई यह नहीं कहता कि एक गिलास ठंडा पानी पिला दें। बूथ पर कोई सुविधा नहीं है। कहा, “हम धूप में आये हैं मतदान करने। अगर बीमार हुए तो सीधा अस्पताल जाना पड़ेगा। कम से कम अंदर ठंडा पानी होना चाहिए था।” लोग महंगाई से परेशान हैं जिसके लिए कुछ किया जाना चाहिए।

एक महिला ने कहा, उनके यहां से मनोज तिवारी खड़े हुए हैं जो पिछले साल भी चुनाव में जीते हैं। उनसे कभी-भी सवाल कीजिये कि, “क्या उसके बाद उन्होंने इस इलाके में अपना फोटो दिखाया है। उनसे पूछा कि क्या पब्लिक को सिर्फ वोटिंग ज़रूरी है? क्या पब्लिक को और कोई काम ज़रूरी नहीं है? इसके बारे में नहीं सोचना उन्हें?  अगर पब्लिक बनाती है तो पब्लिक गिरा भी सकती है।”

पार्टियों के रंग में दिखे लोग – चुनाव के दिन दिखा प्रचार

दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ नंबर 69 पर आये मतदानकर्ताओं से भी हमने बात की। लोगों का कहना था कि गर्मी में बूथ पर पानी की व्यवस्था नहीं है। इतनी भीड़ है कि लोग एक दूसरे से चिपककर खड़े हुए हैं। दो बुज़ुर्ग महिलाओं ने नाम गुप्त रखते हुए बताया कि वह वोट दिल्ली सरकार को ही देंगी। उनके अनुसार, दिल्ली में आप पार्टी ने स्कूलों और अस्पतालों के लिए अच्छा काम किया है। वह भाजपा की सरकार नहीं चाहती हैं। उनके अनुसार, भाजपा ने देश को सिर्फ डुबोने का काम किया है। वह चाहती हैं कि दिल्ली में फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार आनी चाहिए।

बता दें, इस क्षेत्र से आम आदमी पार्टी ने सही राम  व विपक्ष में भाजपा से रामवीर सिंह बिधुड़ी एक-दूसरे के सामने हैं।

इसके अलावा हमने यह भी देखा कि पोलिंग बूथ के बाहर मतदान पर्चियों को बांटने के लिए जो टेंट लगाए गए थे, वहां के टेंटों का रंग व लोगों के गले में लटके गमछे पार्टियों का प्रचार कर थे। कहीं अधिकतर जगहों पर भगवा रंग के टेंट नज़र आ रहे थे जिनका रंग पिछले चुनावीं में गुलाबी हुआ करता था। लोगों के गलों में भगवा व बसपा पार्टी के रंग के गमछे देखे जा रहे थे।

इतना ही नहीं, कई मतदान पर्चियों वाली जगहों पर पार्टी के कार्यकर्ता यह कहते हुए सुनाई दे रहे थे कि उन्हें उनकी पार्टी को ही वोट देना है। एक जगह हमने सुना, कोई पानी की बोतलें टेंट लगी जगहों पर रखते हुए कहता है, ‘सबको इस बार भाजपा को वोट देना है और यह सब प्रचार बिना किसी डर के खुलेआम किये जा रहे थे। किसी भी नज़र में यह नहीं आ रहा था कि नियमों का उल्लंघन हो रहा है।

अतः, निष्कर्ष यही नज़र आता है कि कई लोग अपने विधायक से खुश हैं तो कई ना खुश। अधिकतर लोगों ने  विकास और उससे जुड़े किये गए कामों को लेकर अपना मत दिया। वहीं आचार संहिता के बावजूद मौखिक तौर पर व कपड़ों के रंग के ज़रिये पार्टियों का प्रचार किया गया।

रिपोर्ट – फाएजा,रजनी, सुचित्रा व संध्या 

 

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