उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में 27 वर्षीय सुभाष अहिरवार ने जज बनकर पूरे गांव का नाम रोशन किया| जज बनकर सुभाष ने अपने पिता और भाई का सपना पूरा किया है| सुभाष का कहना है कि मैं अपने मां बाप का चेहरा देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है क्योंकि हम गरीब भी स्थिति से पढ़ाई किया झोपड़ी में रहकर 2018 में पेपर देकर और 2019 में अपना जॉब हासिल किया जज की पोस्टिंग पर मेरे माता-पिता और भैया भाभी तो खुश हैं लेकिन जो गांव के लोग और क्षेत्र में भी मेरा नाम आ गया है| इससे बहुत खुशी है मेरा सपना था कि मैं आईएस बनूं और जनता की सेवा करूँ पर मुझे वह मौका नहीं मिला पहले एग्जाम में मेरा जज का आ गया है| मैं पहले जिन को न्याय नहीं मिलता है पिछड़े दबे कुचले लोगों को उनको पहले प्राथमिकता दूंगा और न्याय में तो सब एक ही है मेरे लिए जो बाबा साहब ने संविधान में बनाया है इसी तरह से मैं कार्य करूंगा
महोबा के सुभाष ने जज बन पिता की बूढी आँखों का सपना किया पूरा
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