छतरपुर जनपद के चौबे तिगड्डे में छात्रों ने चक्का जाम किया है ,छात्राओं और छात्रों ने माँगा न्याय जिसका कारण है कि बालिका छात्रावास में 19 / 11/ 2019 को रात 10 बजे 15 वर्षीय छात्राऋचा ने फांसी लगा ली | इस फांसी लगाने का कारण छात्रा पर झूठा चोरी का इल्जाम लगा था |
हमारी रिपोर्टर ने भी उन चक्का जाम कर रही छात्राओं से बात की तो तारा अहिरवार नाम की छात्रा ने बताया कि जिस छात्रा ने फांसी लगाई , उसका झगड़ा दूसरी एक छात्रा से झगड़ा हुआ था जिसमे ऋचा पर पैन चुराने का आरोप लगाया और वो ये झूठा इल्ज़ाम सहन न कर पी जिसकी वजह से उसने फांसी लगा ली |
छात्राओं का कहना कि कभी भी मैडम हॉस्टल में नही आती हैं चाहे छात्राएं झगड़ा करें या लड़ाई करें या रात में तबियत ख़राब हो तब भी मैडम नहीं आती , फ़ोन लगाने के बावजूद भी मैडम कभी झाकने तक नही आती हैं | छात्राओं का कहना हैं मैडम बहुत लापरवाह हैं , जाति के आधार पर भेदभाव करती हैं |
मैडम मानसिक रूप से जातिवाद को ले कर छात्राओं को तनाव देती हैं
छात्राओं का कहना कि अगर मैडम झगड़े के समय आ कर दोनों पक्षों को समझा देती तो लड़ाई इतनी न बढ़ती और वो छात्रा फांसी न लगाती |
छात्राओं और छात्रों की मांग है कि मैडम सुशीला पाठक को जेल हो और उनको नौकरी से हटाया जाए और उनके पति को भी सजा मिले क्यूकि उन्होंने भी छात्रा के पिता के ऊपर और छात्रा के ऊपर हाथ उठाया था |
सभी छात्र व छात्राएं ऋचा को इंसाफ दिलाने के लिए चक्का जाम करें हुए | छात्राओं की मांग है कि कलेक्टर साहब को बुलाया जाये और सुशीला पाठक को बुलाया जाये और उन्हें सजा मिले |छात्राओं का कहना है कि जातिवाद बंद किया जाये |
मौके पर पुलिस पहुंची और उनकी शिकायत दर्ज की |छात्राओं ने सुशीला पाठक के अलावा तीन और छात्राओं पर टार्चर करने का आरोप लगाया |