दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी हिरासत को चार दिन यानी 1 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। अब उन्हें 1 अप्रैल की सुबह 11:30 बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने शराब नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी हिरासत को चार दिन यानी 1 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। अब उन्हें 1 अप्रैल की सुबह 11:30 बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा। लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार, विशेष सीबीआई न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने इस आदेश को पारित किया। बता दें, प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत ने 7 दिन की हिरासत मांगी थी।
इसके साथ ही, उच्च न्यायालय ने वह जनहित याचिका भी खारिज कर दी जिसमें केजरीवाल को हटाए जाने की मांग की जा रही थी। याचिका में ईडी की हिरासत में रहते हुए आदेश जारी करने से रोकने की भी मांग की गई थी। याचिका को खारिज करते हुए अदालत ने कहा, यह कानूनी ढांचे का उल्लंघन है। साथ ही निष्पक्ष जांच के सिद्धांत के खिलाफ है।
ईडी ने कहा- रिश्वत लेने का है सबूत
प्रवर्तन निदेशालय ने आज जब सीएम अरविन्द केजरीवाल की हिरासत को सात दिन और बढ़ाने की मांग की तो उनके द्वारा यह दावा किया गया कि उनके पास यह साबित करने के लिए सबूत है कि रिश्वत के पैसे का इस्तेमाल आप पार्टी ने गोवा चुनाव में किया था।
इसके जवाब में सीएम केजरीवाल ने अदालत को संबोधित करते हुए ईडी पर आरोप लगाया कि उनके द्वारा उनकी पार्टी को दबाने की कोशिश की जा रही है। यह भी कहा कि “किसी भी अदालत ने मुझे दोषी साबित नहीं किया है।”
ईडी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने सुनवाई के लिए बड़े-बड़े वकील नियुक्त किए हैं, हर व्यक्ति को यह सुविधा नहीं है। अगर किसी का बयान दबाव में लिया गया है तो यह मुकदमे से जुड़ा मामला है। हमारे पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि अरविंद केजरीवाल ने 100 करोड़ की रिश्वत मांगी थी।”
अगर घोटाला हुआ है तो पैसे कहां है? – केजरीवाल
वहीं अरविन्द केजरीवाल ने कहा,”अगर 100 करोड़ का घोटाला हुआ है तो घोटाले का पैसा कहां गया? दरअसल, घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ था। ईडी चाहे जितने दिनों तक हमें रिमांड पर रखे, हमें कोई आपत्ति नहीं है। ईडी के पास दो उद्देश्य हैं। पहला है आम आदमी पार्टी को नष्ट करना और इसके पीछे एक जबरन वसूली रैकेट चलाना जिसके ज़रिये से वे धन इकट्ठा कर रहे हैं।”
बता दें, ईडी द्वारा पहले सीएम केजरीवाल को सात बार समन भेजा गया था जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही इस हिरासत को विपक्ष की चुनावी रणनीति भी कहा जा रहा है।