खबर लहरिया Blog ललितपुर: गाँव में सालों से नहीं बनी आरसीसी सड़क, बरसात आते ही सड़कों का होता बुरा हाल

ललितपुर: गाँव में सालों से नहीं बनी आरसीसी सड़क, बरसात आते ही सड़कों का होता बुरा हाल

ग्रामीणों ने कई बार गाँव के प्रधान से सड़क बनवाने की मांग तो की लेकिन उन्होंने भी यह कह कर टाल दिया कि जल्द से जल्द सड़कें बनवा दी जाएंगी परन्तु आज तक काम शुरू नहीं हुआ।

ब्लॉक महरौनी का गाँव छापछोल

जिला ललितपुर के ब्लॉक महरौनी के गाँव छापछोल में आज भी कच्ची सड़कें मौजूद हैं। यहाँ पर कई बार आरसीसी सड़क बनाने का काम शुरू तो हुआ लेकिन किसी न किसी कारण ख़तम होने से पहले ही उस काम को रोक दिया गया। गाँव के लोगों को कच्ची सड़क होने के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इन ग्रामीणों की न ही कोई सुनने वाला है और न ही कोई शिकायत दर्ज करने वाला।

प्रधान से की शिकायत लेकिन नहीं हुई कोई सुनवाई-

छापछोल गाँव के रहने वाले पलटू का कहना है कि पिछले कई सालों से गाँव की सड़कें ऐसे ही ख़राब पड़ी हैं और कोई बनवाने के लिए नहीं आता। पलटू ने हमें बताया कि गाँव में ज़्यादातर आदिवासी परिवार रहते हैं जिन्हें इस बारे में बिलकुल भी जानकारी नहीं है कि कहाँ पर जाकर शिकायत करानी है, या फिर किससे मांग करनी है। ग्रामीणों ने कई बार गाँव के प्रधान से सड़क बनवाने की मांग तो की लेकिन उन्होंने भी यह कह कर टाल दिया कि जल्द से जल्द सड़कें बनवा दी जाएंगी परन्तु आज तक काम शुरू नहीं हुआ। पलटू का कहना है कि अब जल्द ही बरसात का मौसम शुरू हो जाएगा और तब तो इन सड़कों का इतना बुरा हाल हो जाता है कि लोगों का कीचड़ के कारण निकलना मुश्किल रहता है।

फिसलने से कई बार लग चुकी है बच्चों को चोट-

इसी गाँव के रहने वाले सल्लू का कहना है कि गाँव के लोगों ने प्रधान से लेकर सचिव तक से सड़क बनवाने की मांग करी। लेकिन पांच साल बीत गए और इन सड़कों हाल दिन पर दिन बिगड़ता गया। सल्लू ने हमें बताया कि सबसे ज़्यादा परेशानी तो स्कूली बच्चों को स्कूल जाने के दौरान होती है, जब हर गली, हर रोड पर कीचड़ और कूड़ा पड़ा रहता है। कई बार तो सड़क पर फिसनले के कारण गाँव के बच्चों को चोटें भी आई हैं लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। सल्लू ने यह भी बताया कि अगर ग्रामीण किसी चीज़ की ऑनलाइन डिलीवरी करवाते हैं तो वो लोग भी सड़क की हालत देख कर डिलीवरी करने गाँव के अंदर नहीं आते और फिर ग्रामीणों को ही लंबी दूरी तय करके बाहर तक जाना पड़ता है। उनका मानना है कि शहर में रह रहे लोगों के घरों के बाहर तक पक्की सड़कें बन जाती हैं लेकिन ग्रामीणों के विकास को देखने वाला कोई नहीं है। न ही गाँव में साफ़-सफाई के लिए कोई आता है न ही इन लोगों को किसी योजना का लाभ मिल पाता है। ऐसे में ये गरीब परिवार किसके आगे मदद की गुहार लगाएं?

इसी गाँव में रहने वाली अर्चना ने हमें बताया कि कई ग्रामीण परिवार जंगल से लकड़ियां तोड़ कर और बेचकर अपना घर चलाते हैं लेकिन लकड़ियों को जंगल से घर लाने के सफर में उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। खराब सड़कों के कारण कई बार लोगों के पैर फिसल जाते हैं और भारी लकड़ियां पकड़े होने के कारण कई बार नंगे पैर चल रहे लोगों के पैर छिल भी जाते हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि अगर गाँव में आरसीसी सड़क बन गई तो लोगों की कई परेशानियों का समाधान निकल सकता है। ऐसे में प्र्शासन को उनकी मदद करनी चाहिए और गाँव के विकास में अपना योगदान देना चाहिए।

पानी के निकास से लेकर शौचालय तक की नहीं है सुविधा-

गाँव के लोगों ने हमें यह भी बताया कि कच्ची सड़कों के किनारे किसी प्रकार की नाली भी नहीं है जिससे पानी का निकास हो जाए। ऐसे में अगर ज़रा सी भी बारिश होती है तो पानी सड़कों से लेकर घरों तक में भर जाता है। कई लोगों ने बताया कि आसपास के सभी गावों में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचलय भी बनवाए गए और कच्ची सड़कों की भी मरम्मत करवाई गई लेकिन उनके गाँव में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। छापछोल गाँव में अभी भी कई घर ऐसे हैं जहाँ शौचलय भी नहीं बना, जिसके कारण ग्रामीणों को हर तरह की परेशानी होती है। प्रधान भी केवल वोट मांगने के मकसद से आते हैं और उसके बाद गाँव के विकास के बारे में सोचना भूल जाते हैं।

जब हमने इस मामले में गाँव के प्रधान ध्रुव प्रताप सिंह से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने हमें बताया कि वो हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में प्रधान नियुक्त किये गए हैं और उन्होंने गाँव में चल रही दिक्कतों पर कार्य करना शुरू भी कर दिया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को कच्ची सड़क के कारण इतनी परेशानी हो रही है, इसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी लेकिन वो तुरंत ही आरसीसी सड़क बनवाने के लिए उच्च स्तर पर बात करेंगे।

ब्लॉक महरौनी के बीडीओ आलोक कुमार का कहना है कि उनके भी संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया था लेकिन अब वो गाँव जाकर ग्रामीणों से बात करेंगे और सड़क का भी मुआयना करेंगे। उनका कहना है कि गाँव में जल्द से जल्द सड़क बनवाने का कार्य शुरू किया जाएगा ताकि बरसात आने से पहले लोगों की समस्याओं का हल निकल सके।

इस खबर को खबर लहरिया के लिए राजकुमारी द्वारा रिपोर्ट किया गया है।

कोविड से जुड़ी जानकारी के लिए ( यहां ) क्लिक करें।