सुकृति नाम की महिला कहती हैं कि उन्हें लगभग तीन सालों से राशन नहीं मिला है। तीन सालों में उन्होंने कई बार राशन कार्ड बनवाने की कोशिश की। ब्लॉक गए लेकिन बार-बार जाकर सिर्फ पैसा खर्च होता है।
कई ऐसे ग्रामीण इलाके हैं जहां लोगों को सरकारी राशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। खबर लहरिया को ललितपुर जिले के दिगवाहा ग्राम पंचायत के लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया कि राशन कार्ड के लिए बार-बार ऑनलाइन आवेदन करने के बाद राशन कार्ड नहीं बनता है।
ये भी देखें – मिज़ोरम है देश का सबसे ‘खुशहाल राज्य’, रिपोर्ट ने कहा, जानें क्यों?
राशन से मिल जाती है थोड़ी राहत
दिगवाहा ग्राम पंचायत की रज्जू सहरिया कहती हैं, उनके परिवार में 12 लोग हैं और किसी का भी राशन कार्ड नहीं बना है। वह मज़दूर लोग हैं। एक समय में उनका पांच किलो राशन लगता है। वह लोग मज़दूरी करके आते हैं तो रोज़ खाने के लिए मिल पाता है जिस दिन मज़दूरी नहीं मिलती, उस दिन उन्हें भूखा ही सोना पड़ता है।
आगे कहा कि अगर राशन कार्ड बना होता तो जितना राशन मिलता है उसमें कुछ वक्त का गुज़रा तो ही जाता। पूरा तो नहीं पड़ता लेकिन डूबते को तिनका का सहारा बहुत होता है। इसी तरह उनका भी चल जाता।
तीन सालों से नहीं मिला राशन
सुकृति नाम की महिला कहती हैं कि उन्हें लगभग तीन सालों से राशन नहीं मिला है। तीन सालों में उन्होंने कई बार राशन कार्ड बनवाने की कोशिश की। ब्लॉक गए लेकिन बार-बार जाकर सिर्फ पैसा खर्च होता है। एक दिन की मज़दूरी मारी जाती है। एक दिन ब्लॉक जाने पर तीन से चार सौ रूपये खर्च हो जाते हैं। इसके बावजूद उनका राशन कार्ड नहीं बनता।
पहले उन्हें राशन मिलता था तो वह कम से कम 10 दिन तक चल जाता था। थोड़ी राहत होती थी। महंगाई में राशन खरीद पाना मुश्किल होता है।
राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन करें आवेदन
राशन कार्ड ना बन पाने की समस्या के बारे में खबर लहरिया ने कोटेदार पुष्पेंद्र सिंह से बात की। उनका कहना था कि वेबसाइट बंद है। बहुत से पात्र लोग हैं जिन्हें राशन नहीं मिल रहा है। उन्होंने लोगों से ऑनलाइन आवेदन के लिए भी कहा था कि चाहें वह उन्हें दे दें करने के लिए या ललितपुर जाकर करवा लें। कुछ लोगों ने कराया भी और कुछ ने नहीं भी कराया। वहीं जिन्हें राशन नहीं मिल रहा मतलब उनके नाम कट चुके हैं।
सर्वे के बाद बनेंगे राशन कार्ड
मामले को लेकर जिला पूर्ति अधिकारी अखिलेश कुमार तिवारी ने भी यही बताया कि राशनकार्ड बनवाने की ऑनलाइन साइट बंद है। ब्लॉक स्तर से राशन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया चल रही है। जो पात्र हैं और जो नहीं है, इसका सर्वे भी ब्लॉक स्तर से किया जा रहा है। जल्द ही पूरी लिस्ट जिले स्तर पर आएगी और जिनके राशन कार्ड नहीं बने हैं, उनके बनवाये जायेंगे।
इस खबर की रिपोर्टिंग नाज़नी रिज़वी द्वारा की गयी है।
ये भी देखें – प्रयागराज : पानी के एकमात्र स्त्रोत से निकल रहा लाल-तेल युक्त गंदा पानी, इस्तेमाल है मज़बूरी
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’