ललितपुर जिले के कई गांवों में चिकनपॉक्स का विस्तार हो रहा है। इन गांवों में से एक है जीरौन गांव, जहां चिकनपॉक्स का तेज़ी से प्रसार हो रहा है। यह बीमारी बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर रही है और उन्हें पीड़ादायक अनुभव करा रही है।
चिकनपॉक्स वायरस एक संक्रामक बीमारी है जो खासकर छोटे बच्चों में देखी जाती है। इस वायरस का प्रसार संपर्क माध्यम से होता है, जिसके कारण यह गांवों में तेजी से फैल रहा है। जीरौन गांव में लोगों के बीच एक-दूसरे के संपर्क में आने की संभावना ज्यादा होती है, जिससे चिकनपॉक्स का खतरा बढ़ जाता है।
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इस गांव में लगभग सभी उम्र के लोग चिकनपॉक्स से प्रभावित हो रहे हैं। बच्चे ज्यादातर प्रभावित हो रहे हैं, जो इस बीमारी के लक्षणों को दिखा रहे हैं। जैसे कि लाल दानों और खुजली की समस्या। यह लक्षण आमतौर पर बीमारी के आरंभिक दिनों में दिखाई देते हैं और बाद में पुनः लहरों के रूप में फिर से उभर सकते हैं।
चिकनपॉक्स के प्रसार को रोकने के लिए, जीरौन गांव में किसी भी तरह का सार्वजनिक जागरूकता अभियान नहीं चलाया जा रहा है। जहाँ स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि इस समय ग्रामीणों को चिकनपॉक्स के लक्षणों के बारे में जागरूक करे, जैसे कि खुजली, दानों का उभरना और बढ़ना। लोगों को इसके संक्रमण से बचने के लिए सावधान रहने की सलाह दे, लेकिन गांव के लोगों का कहना है कि इस तरह की कोई भी जानकारी उन्हें नहीं दी गई है।
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जब ललितपुर के सीएमओ जे.एस. बक्शी से इस बारे में बात की गई तो उनका कहना है कि वो स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में भेज कर निरीक्षण करवाएंगे साथ ही उचित कदम भी उठाए जाएंगे। इस मामले में जब हमारी रिपोर्टर ने 5 जुलाई को वापस से गाँव के लोगों से अपडेट ली, तो पता चला कि अभी तक गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए नहीं पहुंची है।
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