जिला ललितपुर के कलेक्ट्रेट ऑफिस में उम्मीदवारों के पर्चे भरे जा रहे हैं। लोग प्रधान और जिला पंचायत पद के लिए नामंकन कर रहे हैं। चुनाव में कोई निर्दलीय खड़ा है तो कोई सहयोग के साथ। हर उम्मीदवार का यही कहना है कि उनका उद्देश्य गांव का विकास करना है। जनता की सेवा करना है।
ललितपुर के एसडीओ ने खबर लहरिया से फ़ोन पर हुई बातचीत में बताया कि अभी पर्चों की गिनती नहीं हुई है कि कितने पर्चे जमा हुए हैं। पर्चे सुबह 9 बजे से 5 बजे तक भरे जा रहे हैं।
वाराणसी जिले की बात की जाए तो वहां आज 7 अप्रैल को दूसरे चरण का नामंकन किया जा रहा है। जो की सुबह 10 बजे से 5 बजे तक चलेगा। हर ब्लॉक में जिला अधिकारी के निर्देश अनुसार ही नामंकन प्रक्रिया हो रही है।
लोगों का कहना है कि कोई भी कोरोना नियमों का पालन नहीं कर रहा है। नियम सिर्फ नाम के लिए हैं।
चोलापुर थाने के सीओ अभिषेक कुमार पाण्डेय का कहना है कि उनके यहां नामंकन प्रक्रिया की व्यवस्था का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। नामंकन के लिए दो लोग अंदर जाते हैं। वो भी मास्क लगाने के बाद ही।
अगर चित्रकूट जिले की बात की जाए तो सभी प्रत्याशी अपने सहयोग में काफ़ी भीड़ लेकर आये हैं। सभी प्रत्याशियों के पास सड़क, शौचालय, शिक्षा, लाइट आदि ही मुद्दा है।
लेकिन इन सब में किसी ने भी आदिवासी समुदाय, महिलाओं और डाकुओं के बढ़ते कहर के बारे में बात नहीं की। यहां तक चुनाव में व्यक्ति की मूल आवश्यकताएं रोटी,कपड़ा और मकान आदि के बारे में भी बात नहीं की गयी।