अर्ध-कुम्भ 2019
कुम्भ के दौरान लोग पुन्य प्राप्ति हेतु पौष पूर्णिमा से माघी पूर्णिमा तक एक महीने का कल्पवास रखते हैं। इस दौरान भजन कीर्तन के साथ एक समय का भोजन करते हुए लोग अपने-अपने क्षेत्रों से लम्बी यात्रा करके प्रयागराज कुम्भ मेले में आते हैं। कुम्भ में पहुँच कर लोग पुन्य प्राप्ति के लिए स्नान भी करेंगे। यात्रा में लोग अपने साथ खानेपीने जैसी हर सुविधा का प्रबंध रखते हैं। इस अर्ध-कुम्भ में लोग करोड़ों की संख्या में शामिल होते हैं। लोगों के अनुसार इस बार के अर्ध-कुम्भ में सरकार ने काफी नए प्रबंध भी किये हैं। साथ ही में सरकार इस कुम्भ को महाकुम्भ का नाम भी दे रही है।