इस समय किसान मूंगफली की फसल ज़ोरों-शोरों से कर रहा है। मूंगफली की फसल खेतों से उखाड़ कर गलियों में रख रहा है ताकि रबी की फसल के लिए खेत तैयार हो सके। किसानों द्वारा बताया गया कि अगर बारिश नहीं होती तो मोटर के ज़रिये खेतों में पानी लगाना पड़ता है। उसके बाद मूंगफली को तोड़कर उसे सुखाया जाता है। जब मूंगफली सूख जाती है तो उसे बेचा जाता है तब जाकर कहीं उसका सही दाम मिलता है।
ये भी देखें – LIVE महोबा: देहातों में मूंगफली के बदले लोग लेते है चीनी
इस समय किसान पूरी तरह से खेती में जुटे हुए हैं। अभी रबी फसलों का सीज़न चल रहा है इसलिए खेतों में पलेवा भी हो रहा है। जो खेतों में खरीफ़ की फसलें बोई थी उसे भी अलग किया जा रहा है।
महोबा जिले के गांव मोहारी के किसान गोकुल कहते हैं कि उन्हें एक साल में एक ही बार मूंगफली का होरा खाने को मिलता है। वह लोग किसानी करते हैं लेकिन फिर भी नहीं खा पाते। वह आगे बताते हैं कि वह लोग खेतों से मूंगफली उखाड़ कर लाते हैं और जाखड़, कांटे के ऊपर मूंगफली रखकर नीचे से आग लगा देते हैं। जब मूंगफली भुज जाती है तो उसे खाने में बेहद स्वाद भी आता है।
ये भी देखें – पन्ना : किसानों में छाई खुशहाली मूंगफली की तोड़ाई जोरों पर
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)