खजूर का गुण सेहत का खजाना है। इसको सेवन करने से कई बीमारियां दूर होती है।
Date Palm Jaggery: गन्ने से गुड़ बनने के बारे में तो आपने हजारों बार सुना होगा,लेकिन खजूर से भी गुड़ बनता है शायद ही सुना होगा। खजूर से बनने वाला गुड़ भी शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है। खजूर का गुड़ कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसे खाने से शरीर को गर्माहट मिलती है। खजूर के गुड़ में प्रोटीन, आयरन, फाइबर और विटमिन बी1 आदि पाया जाता हैं। इसे खाने से शरीर में आयरन की कमी नहीं होती। खजूर का गुड़ खजूर के रस से तैयार किया जाता है। इसे नियमित खाने से इम्यूनिटी भी मजबूत होती है।
महोबा जिले के गांव मांगरोल खजूर से बनते गुड़ काफी प्रसिद्ध है। यहाँ के कारीगर कई पीढ़ियों से खजूर का गुड़ बनाते हैं।
थकान दूर करने में है मददगार
अगर आप थका महसूस कर रहे हैं तो एक टुकड़ा खजूर का गुड़ खाएं। इसे आपकी थकान दूर होने में मदद मिलेगी। खजूर का गुड़ शरीर को इस्टेंट एनर्जी देने में मदद करता है। खजूर का गुड़ खाने में काफी स्वादिष्ट होता है। ये आपके मूड को भी फ्रेश रखने में मदद करता है। मतलब हम कह सकते हैं की खजूर का गुण सेहत का खजाना है। इसको सेवन करने से कई बीमारियां दूर होती है। लेकिन ध्यान रखें इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
खजूर का गुड़ बनने की प्रक्रिया
1- खजूर के पेड़ लगभग 25 फीट या 20 फीट ऊंचाई के ऊपर तने में एक चीरा लगा देते हैं।
2 – चीरा से मीठा रस धीरे-धीरे निकलने लगता है। उस चीरे के पास एक मटकी टांग देते हैं।
3 – मटकी में पूरी रात बूंद-बूंद करके रस टपकता है।
4 – सुबह 7:00 बजे के आसपास फिर उस मटकी को उतार लेते हैं।
5- फिर इस रस को एक बड़ी कढ़ाव में उबाला जाता है, ठीक वैसे जैसे गन्ने का रस उबाला जाता है।
6- जब रस गाढ़ा हो जाता है तो उसे लगभग एक-एक किलो के बट्टे के रूप में जमा दिया जाता है।
7- गाढ़े रस को एक सूती कपड़े पर जितना बड़ा गुड़ का आकार देना हो उतना गोल बट्टी के रूप में डाला जाता है।
8- फिर यह रस जमकर गुड़ बन जाता है।
गुड़ तो बन गया आपने इसकी प्रक्रिया भी जान ली है। चलिए अब इसकी ख़ासियत भी जान लेते हैं।
सर्दी से होगा बचाव
बदलते हुए मौसम में संक्रमण काफी ज्यादा बढ़ जाता है, जिसके कारण सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी परेशानियां पेश आने लगती हैं। ऐसे में खजूर के गुड़ का काढ़ा पीना बेहद फायदेमंद होता है। चूंकि खजूर की तासीर गर्म होती है इसलिए सर्दी के खिलाफ इसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
गुड़ बनाने वाले प्रेमचंद जो पचवारा गांव निवासी हैं उन्होंने बताया कि खजूर का गुड़ लगभग 200 रुपया किलो मिलता है। ठंड के मौसम में यह गुड़ दवा की तरह खाया जाता है। बब्लू बताते हैं की इस गुड़ का स्वाद मीठा और हल्का नमक का भी टेस्ट होता है। एक किलो नहीं तो 100 / 50 ग्राम भी खरीदकर खा लेते हैं। जैसे इस गुड़ को बनाने में कड़ी मेहनत लगती है वैसे ही बेहद लज़ीज इसका स्वाद भी होता है।
हमारी रिपोर्टर श्यामकली कहती हैं की अगर मैं अपनी रिपोर्टिंग का अनुभव बताऊं तो मैं तो पहले सोचती थी की खजूर की सिर्फ झाड़ू बनती है। कभी सुना भी नहीं था कि खजूर का गुड भी बनता है। जब बाजारों में देखा की छोटी-छोटी धपिया रखी हुई हैं पूछने पर पता चला की खजूर का गुड़ है। और अब इसकी कवरेज करते हुए अच्छा लग रहा है। जब 4 किलोमीटर दूर जंगल में जाकर नजदीक से देखा तो विश्वास भी हो गया। तो यह थी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक और काफी मेहनत से बनने वाले गुड़ की कहानी।
इस खबर की रिपोर्टिंग श्यामकली द्वारा की गई है।
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