1. राहिला सूर्य मंदिर
12वीं सदी में बना यह सूर्या मंदिर राजा राहुल देव बारमैन द्वारा बनवाया गया था और इसे विश्व का सबसे पुराना सूर्य मंदिर कहा जाता है। इस प्रचीन मंदिर की बनावट और इसमें इस्तेमाल किए गए पत्थरों की चमक देखने लायक है। यह न ही हमारी प्रचीन सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है बल्कि इस मंदिर से महोबा के पर्यटन विभाग को भी काफी फायदा होता है। इस मंदिर के पास में एक सूर्य कुंड भी मौजूद है जहाँ लोग स्नान करने आते हैं, और ऐसा माना जाता है कि उस कुंड का पानी कभी नहीं सूखता। तो अगली बार आप इस सूर्य मंदिर के दर्शन करने जाइएगा तो सूर्य कुंड का लुत्फ़ उठाना मत भूलिएगा।
2. देवी बड़ी चंद्रिका मंदिर
3. कीरत सागर का कजली मेला
4. खखरामठ
महोबा में मौजूद एक हज़ार वर्षों पुराना खखरामठ वैसे तो खंडहर में तब्दील हो गया था, लेकिन हाल ही में जिला प्रशासन ने इस मठ को वापस से इसकी चमक लौटाने के लिए कदम उठाए हैं। मदन सागर के बीचोबीच बने खखरामठ की सुंदरता लोगों को दिखाने के लिए प्रशासन ने एक फ्लोटिंग ब्रिज का निर्माण कराया है, जिसकी मदद से पर्यटक पानी के बीच से सुंदर नज़ारों का लुत्फ़ उठाते हुए खखरामठ तक पहुँच सकेंगे। इस जगह आप ग्रेनाइट के पत्थरों को वो खूबसूरत नक्काशी का आनंद उठा सकते हैं, जो आजकल के ज़माने में कम ही देखने को मिलती है।