Eklavya Shiksha Vikas Yojana : जंगल क्षेत्रों में निवास करने वाले व तेंदूपत्ता इकठ्ठा करने का काम करने वाले लोगों के होनहार बच्चे अमूमन आर्थिक कमज़ोरी की वजह से शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में उनके बच्चों के लिए सरकार द्वारा ‘एकलव्य शिक्षा विकास योजना’ शुरू की गई है।
इस योजना में तेंदूपत्ता संग्राहकों, फड़ मुंशियों और वनोपज समितियों के प्रबंधकों के बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अच्छे शिक्षण संस्थानों में बच्चों का प्रवेश कराकर शिक्षा का खर्च वनोपज संघ द्वारा उठाया जाता है ताकि वनवासी परिवारों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके।
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इस सहायता योजना में व्यवसायिक कोर्स के छात्रों को वार्षिक 50 हजार रूपये दिए जाते हैं। गैर तकनीकी स्नातक विद्यार्थियों को 20 हजार रूपये व कक्षा 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को 15 हजार रूपये, कक्षा 9वीं एवं 10वीं पास करने वाले विद्यार्थियों को 12 हजार रूपये की वार्षिक सहायता दी जाती है ।
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