खबर लहरिया खेल खेल एक नाम अनेक: आइए देखें चंदा, गोटी का खेल

खेल एक नाम अनेक: आइए देखें चंदा, गोटी का खेल

चंदा कहो या गोटी (चीटा), इसे ज़मीन पर कौड़ी की मदद से खेला जाता है। इसे लकड़ी के पांव बनाकर भी खेला जाता है। गांव में अक्सर लोग गर्मियों के दिनों में जब फुर्सत रहते हैं तब इस खेल को खेलते हैं। एक साथ चार लोग अलग-अलग कोने में बैठ कर इसे खेल सकते हैं।

Goti's game

                                                                गोटी का खेल

जो लोग यह खेल खेलते हैं उनके द्वारा बताया गया कि यह खेल पहले वह बहुत अधिक खेला करते थे। सब लोग अपना काम निपटा कर खेलने के लिए तैयार होकर एक जगह आ जाते थे। फिर इस खेल को बड़े उत्साह के साथ खेला जाता था। जब से इंटरनेट, टीवी, मोबाइल जैसी सुविधा हो गई है तब से खेलों का कोई विशेष महत्व नहीं रह गया।

लोग मोबाइल फोन को ज़्यादा महत्व देते हैं। टीवी को ज़्यादा महत्व देते हैं। आज कल के बच्चे भी ज़्यादातर मोबाइल में ही गेम खेलना पसंद करते हैं। लोगों द्वारा यह भी बताया गया कि जबकि छोटे बच्चों को मोबाइल से खेल खेलना एक प्रकार से बुरी आदत लगना है। मोबाइल की जो रोशनी होती है वह बच्चों की आंखों में पढ़ती है जिससे बच्चों की आंख भी खराब हो जाती है। बचपन से ही बच्चों को चश्मा लगने लगता है। पहले के जमाने में इन सब चीजों को बहुत महत्व दिया जाता था। अब इतना महत्व नहीं दिया जाता।

ये भी देखें :

महोबा: दिल अभी बच्चा है जी, खेलूं और खेलाऊं

 

(हैलो दोस्तों! हमारे  Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)