खबर लहरिया Blog कानपुर: सोलर स्ट्रीट लाइट की मदद से ऊर्जा सरंक्षण और सतत विकास को बढ़ावा 

कानपुर: सोलर स्ट्रीट लाइट की मदद से ऊर्जा सरंक्षण और सतत विकास को बढ़ावा 

देश की औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले कानपुर शहर ने पिछले कुछ वर्षों में औद्योगिक विकास के साथ-साथ नवीनकरणीय ऊर्जा संसाधनों को भी बढ़ावा दिया है। कानपुर जैसे विकासशील शहर आज सौर ऊर्जा से चलने वाली स्ट्रीट लाइट, ट्रैफिक लाइट, ब्लिंकर आदि की ओर अपना रूझान बढ़ा रहे हैं।

कानपुर के मशहूर मैसाकर घाट जैसे स्थानीय पर्यटन स्थलों पर आज विद्युत स्ट्रीट लाइट की जगह सौर ऊर्जा से चलने वाली लाइटों का उपयोग किया जा रहा है। ये स्ट्रीट लाइट्स लंबे समय तक चलने वाली और रख-रखाव से मुक्त हैं। इनमें से कुछ सोलर लाइट्स तो नाईट सेंसर के साथ भी आती हैं, जिसमें रात के अंधेरे में अगर कोई व्यक्ति इन लाइट्स के दायरे में आता है तो इसमें स्वचालित रूप से रौशनी भी बढ़ जाती है।

कानपुर के बड़ा चौराहा जैसे भीड़-भाड़ भरे क्षेत्रों में आज सोलर ट्रैफिक लाइट का उपयोग किया जा रहा है। कानपुर, लखनऊ जैसे शहरों में प्रमुख यातायात नियंत्रण कार्यालयों के लिए अब सबसे अच्छा विकल्प सौर ऊर्जा सोलर लाइट का इस्तेमाल ट्रैफिक सिग्नल के साथ-साथ इन शहरों के आसपास बने प्रमुख हाईवे पर भी किया जा रहा है। यह सोलर ट्रैफिक लाइट न ही सिर्फ ऊर्जा बचाने में मदद कर रही हैं बल्कि इससे प्रशासन की लागत भी बच रही है।

सोलर ट्रैफिक और स्ट्रीट लाइट के साथ-साथ कानपुर की गंगा बैराज जैसी प्रमुख सड़कों पर अब सोलर ब्लिंकर भी देखने को मिलते हैं। सोलर ब्लिंकर्स में लंबी दृश्यता, पावर बैकअप जैसी विभिन्न विशेषताएं होती हैं और इसको सड़कों पर स्थापित करने के लिए केबल बिछाने या सड़क पर खुदाई करने की भी आवश्यकता नहीं होती है।

कानपुर के साथ-साथ अन्य शहरों में इस्तेमाल हो रहीं इन सोलर लाइटिंग तकनीकों में इन-बिल्ट बैटरी, पीवी पैनल, स्मार्ट सेंसर, एलईडी लाइट्स, सब कुछ एक कॉम्पैक्ट यूनिट में एकीकृत होकर संचालित होता है। सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर रोशनी करने का यह एक पर्यावरण-अनुकूल और लागत प्रभावी तरीका बन गया है। इस आधुनिक समाधान के माध्यम से सरकार आम जनता के बीच पर्यावरण को सुधारने के बारे में जागरूकता भी फैला सकती है।

क्या आप अपने शहर को सोलर से रोशन देखना चाहेंगे?

“सूरज से समृद्ध” अभियान के द्वारा हम यूपी के समुदायों और संस्कृतियों के विभिन्न वर्गों के बीच सौर ऊर्जा और सरकारी नीतियों के लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करते है ताकि अधिक से अधिक प्रदेशवासी इसका लाभ उठा सकें। 

यह हमार सूरिज से पुनर्प्रेशन किया गया है, यह खबर लहरिया की पहल है सूरज से समृद्ध के साथ साझेदारी में। 

अपने शहर में सौर ऊर्जा का समर्थन करने के लिए, इस याचिका पर दस्तखत करें और निम्न जानकारी भरें:

https://www.change.org/SurajSeSamriddh

ये भी पढ़ें :

बिजली नहीं तो भी कोई गम नहीं ! सौर ऊर्जा है न

 

(हैलो दोस्तों! हमारे  Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)