बाँदा जिले में 17 फ़रवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद के ऐतिहासिक कालिंजर दुर्ग पहुंचकर वहां आयोजित कालिंजर महोत्सव का उद्घाटन किया। गांव के लोगों को बहुत ही उम्मीद थी कि कालिंजर के लिए मुख्यमंत्री कुछ खास देकर जाएंगे लेकिन वह लॉलीपॉप दिखाकर ही निकल गए। ऐसा लोगों का मानना है।
गांव के मौजूद लोगों ने बताया कि हमारे यहाँ पानी की सुविधाएं नहीं है और ना ही स्कूल में टीचर हैं। विद्यालय में जब अध्यापक ही नहीं आते तो ऐसा विद्यालय किस काम का। गांव में अस्पताल जैसी सुविधाएं भी नहीं है। उम्मीद यही थी कि मुख्यमंत्री आये हैं तो कुछ इस पर भी बात करेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं कहा।
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मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में बस यही बात कही है कि बुंदेलखंड की जो पुरानी धरोहर किला हो या फिर और कुछ, उन्हें पर्यटन बनाया जाए जिससे की लोगों को रोज़गार मिलेगा। जैसे कि लोग अपना होटल खोल सकते हैं और बाहरी लोग पर्यटन में आएंगे तो अच्छा ही होगा।
अली मोहम्मद ने बताया कि पहले मुख्यमंत्री जैसे नेता कालिंजर में नहीं आए हैं। अन्य नेता तो आते थे पर कुछ काम हुआ है। विकास के तौर पर कुछ नहीं भी हुआ है। अब मुख्यमंत्री कह के तो गए है कि पर्यटन स्थल बने। अब यही देखना है कि कहने से ही हो जाएगा या फिर उसको करना भी होगा।
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