जिला बांदा। कालिंजर महोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन पर एक गरीब परिवार का आरोप है कि उसके 200000 का ईंटो का भट्ठा पूरी तरह तहस-नहस कर दिया गया। इस सदमे से परिवार की बुरी हालत हो गई और वह बीमार हो गया। इलाज कराने के लिए उसे नरेंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। इतना ही नहीं प्रशासन द्वारा जब तक मुख्यमंत्री वापस चले नहीं गए तब तक उनको नज़रबंद करके भी रखा गया।
भट्ठा मालिक लल्लू प्रजापति का कहना है कि उसने कड़ी मेहनत के साथ दिन-रात एक करके घर का जानवर, ज़ेवर बेचकर और ₹600000 कर्ज लेकर ईंट भट्ठा तैयार किया था ताकि वह भट्ठा सफल हो जाए और फिर वही बेचकर उससे कमाई कर सके जिससे उसके परिवार का खर्च चले। लड़की की शादी कर पाए।
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कालिंजर दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीपैड बनाने के चक्कर में उनके भट्ठे के ईंटों को बुलडोजर द्वारा हटवा के पूरी तरह तहस-नहस कर दिया गया जिससे उनका लगभग आठ लाख का नुकसान हुआ।
अब वह उस कर्ज को कैसे भरेंगे, इसकी चिंता उन्हें सता रही है लेकिन प्रशासन इस पर उनकी कोई मदद नहीं कर रहा। उन्होंने यह भी बताया कि अगर प्रशासन को उनका भट्ठा हटवाना था तो लगभग 15 दिन पहले बताना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्रशासन द्वारा 2 दिन पहले उनको यह कहा गया कि आप अपना भट्ठा हटा लीजिए। 2 दिन में कितना कर पाते इसलिए थोड़ा बहुत हट पाया, वह हटाया।
कालिंजर लेखपाल अब्दुल मजीद कहना है कि 1 हफ्ते पहले परिवार को सूचित किया गया था कि वह अपना भट्ठा हटा लें लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया इसलिए उनका भट्ठा हटाया गया है। जो हेलीपैड बनाने के लिए चिमनी का लगभग 50000 का आया था वह उनको दे दिया गया है और कुछ रुपए भी दिए गए हैं लेकिन उनको किलियर जानकारी नहीं है कि कितना दिया गया है।
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