खबर लहरिया Blog महाकुंभ भगदड़ को लेकर न्यायिक जाँच का आदेश, भगदड़ के बाद हुए नियमों में बदलाव

महाकुंभ भगदड़ को लेकर न्यायिक जाँच का आदेश, भगदड़ के बाद हुए नियमों में बदलाव

सरकार के अनुसार मृतकों की संख्या जहां 30 बताई गई। वहीं एक न्यूज़ चैनल ने मृतकों की संख्या कथित तौर पर 58 बताई। यह आंकड़ा उन्हें स्टिंग ऑपरेशन के दौरान मिला जहां शवों पर गिनती लिखी हुई थी।

महाकुंभ में भगदड़ की सांकेतिक तस्वीर (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

लेखन – सुचित्रा 

महाकुम्भ में भगदड़ को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक आयोग से जांच कराने के आदेश दे दिए हैं। इसके साथ ही कुम्भ में नए बदलाव किए हैं जिसमें वीआईपी पास को रद्द कर दिया गया, सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। महाकुम्भ में भगदड़ के दौरान 30 लोगों की मौत और 60 लोग घायल हो गए। इसकी जानकारी महाकुंभ डीआईजी वैभव कृष्ण ने कल बुधवार 29 जनवरी 2025 को दी। यूपी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में मौनी अमावस्या के अवसर पर 29 जनवरी 2025 को शाही स्नान था जिसकी वजह से मंगलवार 28 जनवरी से ही करोड़ों लोग संगम तट पर आने लगे। यह घटना तब हुई जब मौनी अमावस्या के शाही स्नान के लिए संगम की तरफ लोग बढ़ने लगे। महाकुंभ डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि, “भगदड़ रात 1-2 बजे के बीच हुई, जब भीड़ ने बैरिकेड तोड़ दिए। भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की जान चली गई और 60 अन्य घायल हो गए।”

 

महाकुंभ भगदड़ में मृतकों की संख्या 58 होने का दावा

सरकार के अनुसार मृतकों की संख्या जहां 30 बताई गई। वहीं एक न्यूज़ चैनल ने मृतकों की संख्या 58 बताई। यह आंकड़ा उन्हें स्टिंग ऑपरेशन के दौरान मिला जहां शवों पर गिनती लिखी हुई थी। पत्रकार रोहिणी सिंह ने 4 P.M न्यूज़ का वीडियो शेयर किया।

भगदड़ में उप-निरीक्षक की मौत

द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार, महाकुंभ में त्रिवेणी घाट के पास ड्यूटी पर तैनात बहराइच पुलिस के एक उपनिरीक्षक की कल बुधवार 29 जनवरी 2025 को मृत्यु हो गई। अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दुर्गा प्रसाद तिवारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि, ‘‘बहराइच पुलिस को सूचना मिली कि महाकुंभ में ड्यूटी पर तैनात उपनिरीक्षक अंजनी राय दोपहर करीब 12 बजे बीमार पड़ गए और उनकी मौत हो गई।’’

महाकुंभ में भगदड़ की आई तस्वीरें बहुत भयावह और पीड़ादायक है। जिस उम्मीद से लोग यहां आए थे उनका सब लूट गया। लोगों के साथ आए लोग खो गए, उनके पैसे, सामना खो गए। लोग रोते हुए और सरकार की व्यवस्था की शिकायत करते नज़र आये। भीड़ वाली जगह पर भगदड़ होने की संभावना बढ़ जाती है।

भगदड़ से पहले पुलिस कमिशनर का वीडियो वायरल

सोशल मीडिया पर महाकुम्भ में भगदड़ की संभावना को माइक में बताते हुए पुलिस कमिशनर नज़र आ रहे हैं। वे माइक में कहते हैं, “भगदड़ होने की संभावना है, आप पहले आए हैं तो आपको अमृत मिल जाना चाहिए। सोते मत रहिए, जागिए और स्नान करिए। जो सोवत है वो खोवत है।”

महाकुंभ भगदड़ के बाद बदलाव

महाकुंभ क्षेत्र को नो व्हीकल जोन किया घोषित। जानकारी के अनुसार, आज गुरुवार 30 जनवरी से लेकर 4 फरवरी तक महाकुंभ के आस पास सभी प्रकार के वाहनों पर रोक लगा दी है। केवल एंबुलेंस, नगर निगम और दमकल की गाड़ियों को ही अंदर जाने की अनुमति होगी।
वीवीआईपी पास भी मंगलवार तक रद्द रहेंगे।
महाकुंभ मार्ग को वन-वे किया गया है। इसका मतलब ये है कि एक मार्ग से आने वाले लोगों को स्नान के बाद दूसरे मार्ग से भेजा जाएगा।
प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले चार पहिया वाहनों पर भी प्रतिबंध।

महाकुम्भ में स्नान के लिए ऐसी भागादौड़ी जिससे वहां मौजूदा लोग भी घबरा जाए। लोग सबसे पहले स्नान के लिए भागे तो ऐसे में तो भगदड़ होने की संभावना और अधिक बढ़ जाती है। भगदड़ होने के बाद भी यूपी के मुख्यमंत्री कहते नज़र आए कि अफवाहों पर ध्यान न दें। इतनी बड़ी दुर्घटना होना आम बात नहीं है, इस तरह की भगदड़ की दुर्घटना अकसर धार्मिक आयोजन के दौरान ही सामने आती है।

 

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