महाकुंभ 2025 के दौरान भगदड़ की घटना को कवर करने पहुंचे पत्रकारों को बदसलूकी और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। रिपोर्टिंग के दौरान मीडिया कर्मियों कई मुश्किलें हुई, जिससे स्वतंत्र और निष्पक्ष समाचार कवरेज पर सवाल खड़े हुए। इस घटना ने न केवल प्रेस की स्वतंत्रता बल्कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंताएं पैदा की हैं।
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