खबर लहरिया Blog Jharkhand: डायन होने के शक में महिला की हत्या का आरोप 

Jharkhand: डायन होने के शक में महिला की हत्या का आरोप 

पिछले पाँच सालों से उसे डायन (चुड़ैल) कहा जाता रहा है। गांव में जो भी बुरा होता उसका इल्ज़ाम भावी सिंह पर ही मढ़ा जाता है। 

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भावी सिंह की तस्वीर (फोटो साभार: इंडियन एक्सप्रेस)

देश में लगातार डायन से संबंधित या फिर डायन कह कर मौत की खबरें सुनने को मिलती हैं। ये बात अलग है कि इन तमाम खबरों में से बस कुछ ही घटना खबरें बनती है और लोगों के बीच आ पाती है। ऐसे कितनी ही घटना और मौतें होंगी जो गांव, शहर और घरों के अंदर ही दब के रह जाती हैं। भारत में चाहे कितना ही विकास हो जाए। समाज के कुछ लोगअभी भी जादू-टोना, तंत्र-मंत्र जैसे अंधविश्वास कार्यों में फंसे हुए नजर आते हैं उन पर यकीन भी करते हैं, कई बार यह सब जानलेवा रूप ले लेता है। ऐसे ही एक खबर है झारखंड के जमशेदपुर जिले से जहां 60 वर्षीय महिला की डायन के शक में हत्या करने का आरोप है। 

बाजार जाती महिला पर हमला 

घटना जमशेदपुर जिले की ढोबनी गांव की है। 4 अगस्त 2025 को 60 वर्षीय महिला भावी सिंह बाजार जा रही थी उसी दौरान तीन महिलाओं द्वारा भावी सिंह का पीछा किया गया। तीनों महिलाओं में से एक महिला द्वारा पीछे से भावी सिंह के ऊपर लोहे के हथियार से हमला किया गया। उनके हमला के बाद महिलाओं ने भावी सिंह का शव पास के जंगल में छोड़ दिया। अधिकारियों के अनुसार भावी सिंह बाजार में अपनी पेंशन लेने कुइयानी गांव के कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) जा रही थी। यह सारी घटना डायन के शक में किया गया। इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के अनुसार भावी सिंह के तीन बहुओं में से एक ने बताया कि तीन महिला आरोपी पहले भी उनके घर में घुसकर उसकी सास की पिटाई कर चुकीं थीं। उन्होंने अपने बयान में बताया कि भावी सिंह को जान से मारने की योजना बना रहीं थीं। पिछले पाँच सालों से उसे डायन (चुड़ैल) कहा जाता रहा है। गांव में जो भी बुरा होता उसका इल्ज़ाम भावी सिंह पर ही मढ़ा जाता है। 

पुत्र सुधीर सिंह का बयान 

इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के अनुसार सुधीर (भावी सिंह का बेटा) ने दावा किया कि उनकी पत्नी को भी डायन करार दिया गया है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने इस मामले को गांव की एक बैठक में भी उठाया लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और न ही हमारा साथ दिया। सुधीर ने बताया कि तीनों महिलाएँ उसकी दूर की रिश्तेदार हैं। बताया है कि “उन्होंने मेरी मां को पहले भी धमकाया था। सालों तक वे उन्हें डायन कहकर निशाना बनाती रहीं। यह सब मेरे पिता की मृत्यु के बाद लगभग छह-सात साल पहले शुरू हुआ। मेरी मां ने कभी काला जादू नहीं किया लेकिन जब भी लोग या जानवर बीमार पड़ते या कोई दुर्घटना होती तो वे मेरी मां को दोषी ठहरातीं।

पुलिस द्वारा कार्यवाही 

मामले का सूचना मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपियों को ढोबनी गांव से गिरफ्तार किया। इंडियन एक्सप्रेस के खबर के अनुसार पुलिस ने हत्या की एफआईआर दर्ज की है और साथ ही डायन प्रथा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार हत्या सिर्फ़ डायन कहलाने के कारण नहीं हुई बल्कि एक पुरानी निजी दुश्मनी का नतीजा भी थी। आरोपी और मृतक एक ही परिवार के सदस्य थे और एक ही गांव में रहते थे। पुलिस अधिकारी मनोरंजन कुमार ने कहा है कि दोनों पक्षों कबीच लगभग दो साल से विवाद चल रहा था। यह पूरी तरह से जादू-टोने से जुड़ा मामला नहीं था जैसा कि भावी सिंह का परिवार दावा कर रहा है। 

फिलहाल सुधीर के द्वारा एफआईआर दर्ज करवाने के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है और आगे की कार्यवाही चल रही है। 

 

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