फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पेश किये गए दस्तावेज़ के पहले 14 पन्नों में 1 साल से भी कम उम्र के नवजात शिशुओं की हत्या का आंकड़ा है जिसमें 710 नवजात शिशुओं का विवरण दिया गया है। जिनकी हत्या की गई है, उनमें 11,355 बच्चे, 6,297 महिलाएं, 2,955 बुजुर्ग और 13,737 पुरुष शामिल हैं।
Israel’s war on Gaza: गाजा,फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय (Palestinian Ministry of Health) ने पिछले साल 7 अक्टूबर से 31 अगस्त 2024 तक इज़राइल (Israel) द्वारा हत्या किये लोगों की एक 649 पन्नों की रिपोर्ट प्रकाशित की है। रिपोर्ट में, हत्या किये गए लोगों के नाम,उम्र, लिंग व आईडी नंबर सब मौजूद हैं।
अनाडोलू एजेंसी (Anadolu Agency) की रिपोर्ट के अनुसार, प्रकाशित दस्तावेज़ में 40,734 फ़िलिस्तीनियों में से 34,344 लोगों की जानकारी है जिन्हें इज़राइल द्वारा गाजा (Gaza) से चल रही लड़ाई के दौरान मारा गया है।
दस्तावेज़ के पहले 14 पन्नों में 1 साल से भी कम उम्र के नवजात शिशुओं की हत्या का आंकड़ा है जिसमें 710 नवजात शिशुओं का विवरण दिया गया है। जिनकी हत्या की गई है, उनमें 11,355 बच्चे, 6,297 महिलाएं, 2,955 बुजुर्ग और 13,737 पुरुष शामिल हैं।
रिपोर्ट में 18 वर्ष से कम उम्र के 11,983 नाबालिगों व 60 से अधिक उम्र वाले 2,734 फिलिस्तीनियों के नाम भी शामिल है जिनकी इज़राइली सेना द्वारा हत्या की गई है।
मिडल ईस्ट मॉनिटर (Middle East Monitor) की रिपोर्ट के अनुसार,संयुक्त सुरक्षा परिषद (UN Security Council resolution) द्वारा युद्व को खत्म करने का प्रस्ताव रखने के बावजूद भी, इज़राइल पिछले साल 7 अक्टूबर से फिलिस्तीनी समूह हमास (Hamas) के हमले के बाद गाजा पट्टी पर अपना आक्रमण जारी रखा हुआ है।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, अब तक 41,200 से अधिक लोगों की हत्या की गई है जिसमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं, और 95,400 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
इज़राइल और गाजा के बीच चल रही इस लड़ाई का अंत, युद्ध को खत्म करने के आह्वान देने के बाद भी नहीं दिख रहा है। इज़राइल द्वारा गाजा पर गिराई जा रही मिसाइलों ने पूरी आबादी को विस्थापित कर दिया। यहां तक उन्हें एक घेरे में भी बंद करके रख दिया है जहां न उनके पास भोजन है, न साफ़ पानी, स्वास्थ्य की सुविधा व इलाज। इज़राइली मिसाइलों ने राहत कैंप और अस्पतालों को भी नहीं छोड़ा है। युद्ध के नाम पर हत्याओं का ये सिलसिला सत्ता का प्रमाण है जहां व्यक्ति के जीवन का मोल राजनीतिक लाभ के इर्द-गिर्द रहता है लेकिन सिर्फ तभी जब सत्ता को इससे कोई लाभ मिले।
इजराइल-गाजा के बीच चल रही लड़ाई के बारे में यहां पढ़ें –
Israel-Gaza: “यह युद्ध नहीं, जाति-संहार है”
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