खबर लहरिया Blog Israel-Hamas War: गाज़ा में भूख से कई लोग प्रभावित, संयुक्त राष्ट्र ने दी चेतवानी

Israel-Hamas War: गाज़ा में भूख से कई लोग प्रभावित, संयुक्त राष्ट्र ने दी चेतवानी

संयुक्त राष्ट्र के आकड़ों से पता चलता है कि गाज़ा में पांच साल से कम उम्र के कम से कम 90 प्रतिशत बच्चे एक या अधिक संक्रामक रोगों से प्रभावित हैं, तो वहीं उत्तरी हिस्सों में दो साल से कम उम्र के 15 प्रतिशत या छह में से एक बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित से प्रभावित हैं।

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                                                                                                                            फोटो – सोशल मीडिया

इजराइल-हमस युद्ध ने गाज़ा में लोगों को भुखमरी ने अपना शिकार बना लिया है। जहां पहले हमलों से जाने गईं, आज स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि अब खाद्य साम्रगियों को लोगों तक पहुंचाने से रोक दिया जा रहा है। खाना न मिल पाने की वजह से हाल ही में उत्तरी गाज़ा में एक दो महीने के फिलिस्तीनी बच्चे की मौत की खबर सामने आयी है। ऐसे हालात में संयुक्त राष्ट्र ने चेतवानी देते हुए बताया कि 2.2 मिलियन लोग भोजन के लिए अकाल का सामना कर रहें हैं।

संयुक्त राष्ट्र के आकड़ों से पता चलता है कि गाज़ा में पांच साल से कम उम्र के कम से कम 90 प्रतिशत बच्चे एक या अधिक संक्रामक रोगों से प्रभावित हैं, तो वहीं उत्तरी हिस्सों में दो साल से कम उम्र के 15 प्रतिशत या छह में से एक बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित से प्रभावित हैं।

अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी गाजा में एक दो महीने के फिलिस्तीनी बच्चे की भूख से मौत होने की खबर आई है। जानकारी के अनुसार वह गंभीर रूप से कुपोषण से पीड़ित था और मेडिकल स्टाफ ने उन्हें आईसीयू में पहुंचाया। बताया जा रहा है कि बच्चे को कई दिनों से दूध नहीं दिया गया था क्योंकि ग़ज़ा में खाना लोगों तक नहीं पहुँच पा रहा है तो बच्चे के लिए दूध कहां से मिल पाता।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जब सहायता कर्मी खाद्य आपूर्ति के लिए पहुँचती है तो सुरक्षा की कमी के कारण सामान लेने या उन्हें बाटने में सफल नहीं हो पाती है।

संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य अभिकरण (यूएनआरडब्ल्यूए) का बयान

फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी, संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य अभिकरण (यूएनआरडब्ल्यूए) का कहना है कि आखिरी बार वह 23 जनवरी 2024 को उत्तरी गाजा में भोजन पहुंचाने में सफल हुई थी।, जिससे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भूख की समस्या को रोकने के लिए फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में अधिक सहायता की अनुमति देने की मांग की थी।

विश्व खाद्य कार्यक्रम ने खाना पहुंचाने की थी कोशिश

विश्व खाद्य कार्यक्रम ने पिछले रविवार 18 फरवरी को उत्तरी गाजा में डिलीवरी फिर से शुरू करने की कोशिश की थी। लेकिन दो दिन बाद इजरायली गोलीबारी के कारण इसे रोकने की घोषणा कर दी।

सहायक एजेंसी ने कहा कि वह जल्द से जल्द डिलीवरी फिर से शुरू करने के लिए काम कर रही है और अपने कर्मचारियों के लिए बेहतर सुरक्षा के साथ-साथ “काफ़ी अधिक मात्रा में भोजन” और इज़राइल से सीधे उत्तरी ग़ज़ा में सहायता की मांग की थी।

इजरायल और हमस युद्ध

इजरायल और हमस के बीच जंग 7 अक्टूबर को शुरू हुई थी। भोजन की गंभीर कमी के कारण रविवार 25 फरवरी को सैकड़ों फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा से जाना पड़ा। इज़राइल, जिसने युद्ध की शुरुआत में गाजा में भोजन, पानी और ईंधन की सभी सुविधाएं बंद कर दी थी। युद्ध में हमले से लोगों की जाने गई तो अब भूख से लोग कुपोषण का शिकार हो रहें हैं और लोगों की मौतों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, गाजा पर इज़राइल के युद्ध में कम से कम 29,606 फ़िलिस्तीनी की मौत हो गई जबकि 7 अक्टूबर से 69,737 घायल हुए हैं। 7 अक्टूबर के हमलों में इज़राइल में मरने वालों की संख्या 1,139 है।

 

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