इजरायल-हमास के बीच पूरी तरह से सीजफायर के लिए इजरायल की सुरक्षा बैठक और सरकार की तरफ से समझौते को लेकर सहमति मिलना ज़रूरी है ताकि इसे लागू किया जा सके।
इजरायल और हमास के बीच 15 महीनों से चल रहे ‘जातीय संहार’ को लेकर सीजफायर समझौते की ख़बर सामने आई है, जो रविवार, 19 जनवरी से लागू होगा। समझौते को तीन चरणों में रखा गया है।‘जातीय संहार’ में एक विशेष जाति, धर्म, नस्ल या राष्ट्रीयता के लोगों को जानबूझकर मारने, उनकी हत्या करने, उन्हें मिटाने की कोशिश की जाती है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने समझौते की पुष्टि की है। वहीं दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते की विस्तारपूर्वक जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
समझौते के बावजूद गाजा में इजरायल का हमला
वहीं समझौते की घोषणा के बावजूद, इजरायली सेन्ना ने गाजा में तकरीबन 82 लोगों की हत्या कर दी, मेडिकल स्त्रोतों ने अल जज़ीरा को बताया।
गाजा सिटी के इंजीनियर्स यूनियन बिल्डिंग के पास बुधवार रात एक घर पर हमला कर कम से कम 18 लोगों की हत्या की गई।
इजरायल-हमास के बीच हुआ सीजफायर कैसे करेगा काम?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह सीजफायर तीन चरणों में होगा, जब समझौते को घोषित कर दिया जाएगा।
पूरी तरह से सीजफायर के लिए इजरायल की सुरक्षा बैठक और सरकार की तरफ से समझौते को लेकर सहमति मिलना ज़रूरी है ताकि इसे लागू किया जा सके।
कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने बताया कि अगर इसे मंजूरी मिलती है, तो यह रविवार से प्रभावी हो जाएगा।
इजरायल-हमास: सीजफायर का पहला चरण
पहला चरण छह सप्ताह तक चलेगा। इसमें “पूरी तरह से सीजफायर (युद्धविराम)” होगा, जिसके बारे में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को बताया था।
बाइडन ने कहा कि “कई बंधक”, जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बीमार लोग शामिल हैं, उन्हें हमास द्वारा रिहा किया जाएगा। इसके बदले सैकड़ों फिलिस्तीनी (Palestinian) कैदियों को छोड़ा जाएगा।
उन्होंने यह साफ़ नहीं किया कि पहले चरण में कितने बंधकों को रिहा किया जाएगा। वहीं कतर के शेख अल थानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि यह संख्या 33 होगी।
इजरायल के सरकारी प्रवक्ता डेविड मेंसर ने पहले कहा था कि 33 बंधकों में, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, अभी जीवित माने जा रहे हैं, लेकिन सभी नहीं।
बीबीसी को एक फिलिस्तीनी अधिकारी ने बताया कि तीन बंधकों को तुरंत रिहा किया जाएगा। वहीं दोनों पक्षों से बंधक बनाये लोगों की रिहाई छह सप्ताह के दौरान होगी।
इस चरण के दौरान, इजरायली सैनिक गाजा के सभी आबादी वाले इलाकों से बाहर निकल जाएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा था, “फिलिस्तीनी लोग भी गाजा के सभी इलाकों में अपने घरों की तरफ़ रुख कर पाएंगे।”
गाजा की लगभग 2.3 मिलियन आबादी को इजरायल के आदेश पर अपने घरों को छोड़ना पड़ा था, जहां इजरायल लगातार उन पर मिसाइलों से हमला कर रहा था। उनकी हत्या कर रहा था।
रिपोर्ट बताती है कि इस दौरान गाजा में लोगों की मदद के लिए आपूर्ति में तेज़ी लाई जायेगी। हर दिन सैंकड़ों ट्रक गाजा में मदद के लिए भेजे जाएंगे।
फिलिस्तीन अधिकारी के अनुसार, दूसरे और तीसरे चरण के लिए विस्तृत जानकारी सीजफायर के 16वें दिन शुरू होगी।
बाइडन ने कहा कि सीजफायर “तब तक जारी रहेगा, जब तक बातचीत जारी रहेगी”।
इजरायल-हमास: सीजफायर का दूसरा चरण
बाइडन के अनुसार, दूसरा चरण “युद्ध का पूरी तरह से अंत” होगा।
बाकी बचे हुए जीवित बंधकों जिनमें पुरुष भी शामिल होंगे, उन्हें रिहा किया जाएगा। इसके बदले फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा जाएगा।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने कुल मिलाकर 1,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर सहमति जताई है। इसमें लगभग 190 लोग 15 साल या उससे अधिक समय से सजा काट रहे हैं।
वहीं एक इजरायली अधिकारी ने कहा था कि हत्या के दोषियों को पश्चिमी तट से रिहा नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा, गाजा से पूरी तरह से इजरायली सैनिकों की वापसी होगी।
इजरायल-हमास: सीजफायर का तीसरा चरण
तीसरे और आखिरी चरण में गाजा का पुनःनिर्माण होगा – जो कि सालों तक चल सकता है। वहीं बचे हुए बंधकों के शवों को भी वापस भेजा जाएगा।
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजरायल पर हमला किया था जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे जिसमें लगभग 251 लोगों को गाजा में बंधक बनाया गया था।
इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा पर लगातार हमले किये, जिसमें हमास-चालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 46,000 से अधिक फिलिस्तीन मारे गए।
कई मीडिया रिपोर्ट्स ने यह भी लिखा कि बेशक़ इजरायल ने समझौते के लिए सहमति जताई है लेकिन उसकी अपनी बात से पलटने की पुरानी उम्मीद है। यही वजह है कि समझौते को लेकर अभी भी लोग पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हो पाए हैं।
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