हमने हमेशा से देखा है — बचपन में जब सपेरे आते थे, तो अपने साथ बड़े-बड़े सांप लाते थे, और उनके बीन की धुन पर वे सांप भी नाचने लगते थे। सपेरों की बीन में जितना दम होता है, उतना ही दम उनकी परंपराओं में भी होता है। लेकिन अफ़सोस, ये परंपराएं आज भी सपेरे समुदाय की बेटियों के लिए कैद बन चुकी हैं। अगर किसी लड़की ने प्रेम कर लिया, या प्रेम विवाह कर लिया — तो उसे मिलती है प्रेम की सज़ा। इतनी बड़ी सज़ा कि वो सिर्फ़ उसी लड़की तक सीमित नहीं रहती — बल्कि उसके बच्चे, बच्चों के बच्चे और आने वाली सात पीढ़ियां तक इसका बहिष्कार झेलती हैं।
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