खबर लहरिया Hindi आयरन लेडी सुषमा स्वराज के निधन पर देश में शोक की लहर

आयरन लेडी सुषमा स्वराज के निधन पर देश में शोक की लहर

दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात एम्स में निधन हो गया। सीने में दर्द की शिकायत के बाद 67 वर्षीय सुषमा को एम्स लाया गया था। हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया। उन्होंने अपने अंतिम ट्वीट में कश्मीर पर सरकार के कदम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी। उन्होंने कहा था कि वह इस दिन का पूरे जीवनभर इंतजार कर रही थीं।

 

सुषमा स्वराज भाजपा की एक ऐसी हस्ती थीं जिन्होंने न सिर्फ एक प्रखर वक्ता (किसी भी विषय पर अच्छी तरह स्पष्ट बोलने वाली) के रूप में अपनी छवि बनाई, बल्कि उन्हें ‘जन मंत्री’ भी कहा जाता था। इतना ही नहीं वह जब विदेश मंत्री बनीं तो उन्होंने आम आदमी को विदेश मंत्रालय से जोड़ दिया। वह सिर्फ एक ट्वीट पर विदेश में फंसे किसी भारतीय की मदद के लिए तुरंत सक्रिय हो जाती थीं। यही कारण है कि वह राजनीतिक और गैर-राजनीतिक लोगों की पसंदीदा नेताओं में से एक रहीं। इतना ही नहीं सुषमा स्वराज को आयरन लेडी भी कहा जाता था।
भाजपा की ओजस्वी वक्ताओं में शुमार सुषमा स्वराज जी का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला छावनी में हुआ था। 1977 में महज 25 साल की उम्र में वे हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गई थीं उनके निधन से पूरा देश गमगीन है और अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहा है।

 

सुषमा स्वराजके निधन पर राजनीति से लेकर बॉलीवुड व अन्य क्षेत्रों के तमाम दिग्गजों के साथ-साथ भारतीय खेल जगह के बड़े चेहरों ने भी सुषमा स्वराज के निधन पर उनको याद किया और श्रद्धांजलि दी।

 

 

स्वर कोकिला लता मगेश्कर ने ट्वीट किया है कि सुषमा स्वराज के अचानक चले जाने से सदमे में हूँ। वे प्रभावशाली और ईमानदार नेता थी। वे संवेदनशील और स्वार्थहीन इंसान थी उन्हें संगीत और कविता की समझ थी। वे मेरी दोस्त थी।  हमारी पूर्व विदेश मंत्री हमेशा याद आएँगी।  

 

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और सांसद गौतम गंभीर ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मैं श्रीमती सुषमा स्वराज के निधन से बहुत दुखी हूं। एक वरिष्ठ नेता और बीजेपी की स्तंभ, उनको सभी बहुत प्रेम करते थे। उनको हमेशा उन नेताओं में शुमार किया जाएगा जो हमेशा मदद के लिए तैयार रहती थीं। उनके परिवार व मित्रों के साथ मेरी संवेदना है। भारत के लिए बड़ी क्षति।’

 

बहुत दुःख की बात है कि एक महीने से भी कम समय में दिल्ली ने अपने दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को खो दिया। 20 जुलाई को दिल्ली की सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित का निधन हुआ तो हप्ते बाद दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। 

खबर लहरिया परिवार सुषमा स्वराज जी के निधन पर शोक व्यक्त करता है।