खबर लहरिया Blog International Day of Peace 2023: जानें क्यों मनाया जाता है विश्व शांति दिवस व इसके महत्व के बारे में

International Day of Peace 2023: जानें क्यों मनाया जाता है विश्व शांति दिवस व इसके महत्व के बारे में

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस या विश्व शांति दिवस मनाने का मुख्य महत्व वैश्विक समुदायों में शांति और अहिंसा की संस्कृति को बढ़ावा देना है।

International Day of Peace 2023: history and its importance

                                                                                   विश्व शांति को दर्शाती हुई सांकेतिक फोटो ( फोटो साभार – सोशल मीडिया)

#InternationalDayofPeace: अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (आईडीपी) या विश्व शांति दिवस (World Peace Day) हर साल 21 सितंबर को दुनिया भर में शांति व अहिंसा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस दिन को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा स्थापित किया गया है।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने दुनियाभर में शांति का संदेश पहुंचाने के लिए कला से लेकर साहित्य, संगीत, सिनेमा और खेल जगत की प्रसिद्ध हस्तियों को शांतिदूत नियुक्त किया हुआ है।

जानकारी के अनुसार, सफेद कबूतरों को शांति का दूत माना जाता है। इस दिन सफेद कबूतरों को उड़ाते हुए, शांति का संदेश दिया जाता है। अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस (International Day Of Peace) के मौके पर संयुक्त राष्ट्र (United Nations) से लेकर अलग-अलग संगठनों, स्कूलों व कॉलेजों में अलग-अलग प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।

ये भी पढ़ें – बांदा डिपो से पन्ना जाने वाली 3 रोडवेज़ बसें हुई बंद, जानें वजह

विश्व शांति दिवस 2023 की थीम

विश्व शांति दिवस की साल की थीम “Actions for Peace: Our Ambition for the #GlobalGoals” / “एक्शन्स फॉर पीस: आवर एम्बिशन फॉर द #ग्लोबलगोल्स” है। यह थीम शांति स्थापित करने के साथ-साथ सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने की तरफ कदम उठाने के लिए बढ़ावा देता है।

बता दें, एसडीजी 17 लक्ष्यों का एक समूह है जिसका उद्देश्य गरीबी, भूख, असमानता और अन्याय से मुक्त होकर सभी के लिए एक बेहतर दुनिया बनाना है। एसडीजी को प्राप्त करने के लिए शांति बेहद ज़रूरी है। अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस हमारे लिए उस घंटी की तरह है जो हमें एक शांतिपूर्ण दुनिया के निर्माण को साथ में मिलकर बनाने की याद दिलाता है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने कहा, “आज शांति की पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरत है। युद्ध और संघर्ष से तबाही, गरीबी और भूख बढ़ रही है और लाखों लोग अपने घरों से बेघर हो रहे हैं। जलवायु अराजकता चारों ओर है। और यहां तक ​​कि शांतिपूर्ण देश भी भारी असमानताओं और राजनीतिक ध्रुवीकरण की चपेट में हैं।”

विश्व शांति दिवस का इतिहास व महत्व

Un.org के अनुसार, “अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की स्थापना 1981 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। दो दशक बाद, 2001 में, महासभा ने सर्वसम्मति से इस दिन को अहिंसा और संघर्ष विराम की अवधि के रूप में नामित करने के लिए मतदान किया था।”

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस या विश्व शांति दिवस मनाने का मुख्य महत्व वैश्विक समुदायों में शांति और अहिंसा की संस्कृति को बढ़ावा देना है। यह लोगों में संघर्षों, युद्धों और हिंसा से होने वाले खतरनाक प्रभावों के बारे में जागरूक करता है और उन्हें लड़ाइयों को खत्म करने की पहल अपनाने के लिए प्रेरित करता है।

आज पूरी दुनिया अशांति की चपेट में है और जिसमें सबको शांति की बेहद ज़्यादा ज़रूरत है। यह शांति संयुक्त पहल व प्रयास से ही मुमकिन है।

 

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’
If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke