नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है ललिता और मैं हूँ खबर लहरिया की विडियो प्रोड्यूसर। आज हम बात करेंगे हमारे चैनल पर प्रसारित हो रहे शो के बारे में । हमने यह शो क्यों शुरू किया और हमारा मकशद क्या था। साथ ही हम यह भी जानना चाहते हैं कि आने वाले साल 2021 में आप कैसा शो देखना चाहते हैं विषय आप कमेन्ट में बता सकते हैं, तो चलिए शुरू करते हैं।
द कविता शो- इस शो का उद्देश्य था की रास्ट्रीय, अंतर्राष्टीय या लोकल स्तर के मुद्दे पर अपना ओपिनियन, राय, टिप्पणी और सुझाव देना, बुन्देलखण्ड स्तर पर दलित महिला का कोई भी मंच नहीं था जो इस तरह से बात करती हो, यह भी एक ख़ास वजह थी।
दोस्तों हमने 3 अप्रैल को एक शो किया था कोरोना वायरस और भूख से बिलखते मजदूरों पर ..इन मजदूरों की दास्तान हमने सुनी जो दिल दहलाने वाली है..
राजनीती रस राय- खबर लहरिया का ग्रामीण नारीवादी नजरिया और किसी भी मुद्दे पर होने वाली राजनीति। जिसकी चर्चा क्या, लोग सोचते भी नहीं।
दोस्तों अप्रैल महीने में हमने एक शो पब्लिस किया था जिसका मुद्दा था लॉकडाउन में मिल रही राशन सामग्री से दाल गायब-देखिये क्या है पूरी कहानी….
एडिटर देगी जवाब- दर्शकों के साथ हम अपना जुडाव बना सकें उनकी राय, उनके सुझाव जान सकें, बाहर रहकर जो दर्शक हमारी स्टोरी के साथ जुड़े हुए हैं उनके कमेन्ट और अपने जवाब के साथ हम दर्शकों के साथ जुड़े रहेंगे और उनके सवालों के जवाब भी मिल जायेगे यही हमारा मकसद था तो आप भी बने रहिए हमारे साथ,
2अप्रैल को एक स्टोरी हमने पब्लिश की थी कि नरैनी ब्लाक के भवई ग्राम पंचायत के मजरो में बसे ग्रामीण भुखमरी की कगार में पहुंच गयें थे, लोग रोज के कमाने खाने वाले थे अब न तो इनके पास में पैसे हैं न ही घरों में राशन है इस स्टोरी को आप लोगों ने बहुत पसंद किया है और बहुत सारे सवाल आये हैं….
भोजपुरी पंचतड़का- अगर हम बुंदेलखंड की बात करें तो भोजपुरी गीत संगीत व फिल्मे अपने आप ही जुड़ जाती हैं और भोजपुरी गानों की पकड़ भी यूपी में बहुत है और लोग इसे देखना चाहते थे भोजपुरी शो की हमारे चैनल में मांग भी बढ़ रही थी इस उद्देश्य के साथ हमने भोजपुरी पंच तड़का की शुरुआत की। आइए देखते हैं बुंदेलखंड में हो रही लिट्टी चोखा फिल्म का सफर-आओ थोड़ा फ़िल्मी हो जाएँ – हमारे चैनल पर हर तरह के कॉन्टेंट थे लेकिन बॉलीबुड नहीं था हमने सोचा की अब तो टीबी हमारे घर में ही नहीं बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक के हाथों में हैं तो क्यों न हम अपने दर्शकों के लिए फ़िल्मी गपशप स्टार्ट करें, जिसमे हमारे दर्शकों की फरमाइश भी हो की वो किस फिल्म का रिव्यू देखना चाहते हैं, फिर क्या था हम फ़िल्मी हो गये।
आ गई रे चटोरी- बुंदेलखंडी कल्चर को उभारने, खासकर छोटे छोटे गांवों में लोग किस तरह खाने को भूलते जा रहे हैं इस वजह से इस शो की शुरुआत हुई, दूसरा ये की महिलाएं कितना भी काम कर लें लेकिन किचन से उनका रिश्ता जरूर रहता है,
बुंदेलखंड अपने व्यंजनों, अचार, मगौड़े इत्यादि के लिए काफी प्रसिद्ध है पर इसके अलावा भी कुछ खाने की ऐसी चीज़े है जो शायद आपने सुनी, देखी या खाई न हो. आ गयी रे चटोरी में हम बुंदेलखंड के विभिन्न इलाकों में जाते हैं और वहां के फेमस और पॉपुलर व्यंजनों मिठाइयों या खाने की किसी भी प्रकार की डिश को कैसे बनाया जाता है तथा उसका खाने में स्वाद कैसा है इसपर बात करते है.तो देखते हैं इस शो में क्या बन रहा है…
जासूस या जर्नलिस्ट? मतलब अपराध के पीछे की कहानी, दोस्तों अपराध की रिपोर्टिंग करना कोई खेल नहीं है इसलिए कभी-कभी रिपोर्टर को जासूस भी बनना पड़ता है इसलिए ख़बरों के पीछे की जासूसी भरी कहानी जानने के लिए हमने इस शो की शुरुआत की. हमने कई ऐसी खबरें अपने चैनल में चलाई है की ख़बरें कुछ और होती हैं मामला कुछ और . मतलब मामले को बदल दिया जाता है ऐसे में हमारी रिपोर्टर उस खबर के पीछे का सच बतलाती हैं।
बोलेंगे बुलवायेगे हंस के सब कह जायेगे- नारीवादी नजरिए के साथ रूढिवादी सोच और महिलाओ के मुद्दे पर लोगों से आसानी से बात निकलवाना वो भी नारीवादी चश्मे के साथ, दोस्तों हमने ये शो अभी जल्दी में ही स्टार्ट किया है जिसको आप सब बहुत पसंद कर रहे हैं।
दो दिसंबर को हमने शो पब्लिस किया था जिसका शीर्षक था कहीं जल न जाएं अगर हमसे छू जाएं ..ये दलित समुदाय के साथ होने वाले छुआछुत के बारे में है
तो ये थे हमारे अब तक के प्रसारित होने वाले शो, दोस्तों 2021 में आप किस तरह का शो देखना चाहते हैं कमेन्ट करके हमें जरुर बताइयेगा। और हाँ दोस्तों साल 2020 हम सबके लिए जितना पीड़ादायक था उतना ही सीख देने वाला भी। वो तो हम भूल नहीं सकते लेकिन आने वाला साल हम सबका खुशियों से भरा हो ऐसी हमारी शुभकामना है, स्वस्थ्य रहिए मस्त रहिए और देखते रहिए खबर लहरिया
नमस्कार